यह कहना है जिले के बगड़ कस्बे के बीएल चौक की बेटी पूनम रानी का। पूनम जयपुर में नर्स द्वितीय श्रेणी के पद पर संविदा पर कार्यरत है। उसने बताया कि यहां कई कोरोना पॉजिटिव भर्ती हैं। उनको संभालना आसान काम नहीं है। उन्हें पॉजिटिव बातों से हिम्मत दिला रही हूं। कभी गाने भी सुनाती हूं, ताकि वे नकारात्मक नहीं सोचें।
हर पल यही कहती हूं कि आप जल्दी ही स्वस्थ हो जाओगे। घबराओ नहीं। हम आपके साथ हैं। पांच मरीज यहां से स्वस्थ होकर लौटे भी हैं। पूनम ने बताया कि वह ड्यूटी से नहीं घबरा रही। बस अपना कर्म और धर्म निभा रही है। पूनम के 13 माह के बेटे को उसके नाना रमेश पूनिया व नानी संभाल रहे हैं। पूनम का ससुराल हरियाणा के हिसार के निकट बरवाला में है।
एक मलाल भी
मैं यहां संविदा पर वर्ष 2014 से कार्यरत हूं। मेरा चयन नर्सिंंग भर्ती 2018 में हो चुका। लेकिन हमें नियुक्ति नहीं दी जा रही।
संदेश
मैं आपके लिए यहां 24 घंटे लड़ रही हूं। कोरोना मरीजों का उपचार कर रही हूं। आप से अपील है कि आप घर पर रहें। बाहर नहीं निकलें। कोरोना मुक्त राजस्थान के मिशन को सफल बनाएं।