शहीद की वीरांगना की नहीं लगी नौकरी
श्योराम गुर्जर की शहादत को पूरा एक वर्ष बीत गया है वीरांगना सुनीता देवी ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार व केन्द्र सरकार का अधिकांश पैकेज मिल गया है। परन्तु शहादत के समय प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने घोषणा की थी कि वीरांगना को सरकारी नौकरी दी जाएगी।नौकरी आज तक नहीं मिली।शहीद के घर तक व मुख्य सड़क से शहीद समाधि स्थल तक सड़क भी नहीं बनी।यहां तक कि स्कूल का नामकरण भी शहीद के नाम पर नहीं हुआ।गांव में कुम्भाराम जलयोजना का पानी आज तक नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों को पेयजल के लिए भटकना पड़ता है।
वीरता पर मिला था सेना पदक
लाडले की वीरता पर श्योराम को शहीद होने के बाद सेना पदक से सम्मानित किया गया था।पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर सोमवार को शाम मायाराम फौजी के नेतृत्व में शहीद श्योराम गुर्जर स्टेडियम टीबा से तिरंगा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा स्टेडियम से प्रारम्भ होकर निजामपुर, जमालपुर, बेसरड़ा, मेहाड़ा गुर्जरवास, मेहाड़ा जाटूवास, बसई होते हुए शहीद स्मारक पर पहुंची।तिरंगा शोभायात्रा में सैकड़ों दुपहिया वाहन व ट्रैक्टरों में सवार युवा हाथ में तिरंगा लिए भारत माता की जय,शहीद श्योराम गुर्जर अमर रहे के नारे लगाते चल रहे थे।