#Sports Authority of India in jhunjhunu
राजस्थान के खाते में केवल स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर हैं। देश में कुल 288 के लगभग स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर(एसटीसी) हैं, इनमें राजस्थान में केवल जयपुर, जोधपुर व अलवर में ही एसटीसी केन्द्र हैं। इसके अलावा स्कूलों व स्टेडियमों में विस्तार केन्द्र की सुविधा उपलब्ध है। अर्जुन पुरस्कार विजेता सेना से रिटायर्ड अधिकारी मेहरचंद भास्कर ने बताया कि राजस्थान में साई के एक्सीलैंस सेंटर खुल जाएं तो हमारे खिलाड़ी भी ओलम्पिक में पदक ला सकते हैं। मैं साई के सेंटर से वर्षों से जुड़ा रहा हूं, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने मन से प्रयास ही नहीं किए। जो भी खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं या तो सेना से हो रहे हैं या रेलवे से हो रहे हैं। यहां भी एक्सीलैंस सेंटर और रीजनल सेंटर खुलने चाहिए। भारतीय बास्केटबाल टीम में कई वर्षों तक खेल चुके दर्शन सिंह जोडिय़ा का कहना है एक्सीलैंस सेंटर पर श्रेष्ठ कोच मिलते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग, फिजियो, श्रेष्ठ डाइट सहित तमाम सुविधाएं निशुल्क मिलती है। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुभाष योगी का कहना है कि यह दुर्भाग्य है कि राजस्थान में ना तो साई का ऐक्सीलैंस सेंटर है ना ही रीजनल सेंटर। केवल स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर खुले हुए हैं।
राजस्थान के खाते में केवल स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर हैं। देश में कुल 288 के लगभग स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर(एसटीसी) हैं, इनमें राजस्थान में केवल जयपुर, जोधपुर व अलवर में ही एसटीसी केन्द्र हैं। इसके अलावा स्कूलों व स्टेडियमों में विस्तार केन्द्र की सुविधा उपलब्ध है। अर्जुन पुरस्कार विजेता सेना से रिटायर्ड अधिकारी मेहरचंद भास्कर ने बताया कि राजस्थान में साई के एक्सीलैंस सेंटर खुल जाएं तो हमारे खिलाड़ी भी ओलम्पिक में पदक ला सकते हैं। मैं साई के सेंटर से वर्षों से जुड़ा रहा हूं, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने मन से प्रयास ही नहीं किए। जो भी खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं या तो सेना से हो रहे हैं या रेलवे से हो रहे हैं। यहां भी एक्सीलैंस सेंटर और रीजनल सेंटर खुलने चाहिए। भारतीय बास्केटबाल टीम में कई वर्षों तक खेल चुके दर्शन सिंह जोडिय़ा का कहना है एक्सीलैंस सेंटर पर श्रेष्ठ कोच मिलते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग, फिजियो, श्रेष्ठ डाइट सहित तमाम सुविधाएं निशुल्क मिलती है। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सुभाष योगी का कहना है कि यह दुर्भाग्य है कि राजस्थान में ना तो साई का ऐक्सीलैंस सेंटर है ना ही रीजनल सेंटर। केवल स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर खुले हुए हैं।
#Sports Authority of India in jhunjhunu
क्या है साई भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) भारत के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय का महत्वपूर्ण अंग है। अपनी खेल प्रोत्साहन योजनाओं के माध्यम से भारतीय खेल प्राधिकरण युवाओं में प्रतिभा उत्पन्न करने का काम करता है। इसके लिए वह उन्हें आवष्यक आधारभूत ढांचा, उपकरण, प्रशिक्षण की श्रेष्ठ सुविधाएं और प्रतियोगिता के अवसर प्रदान करता है।
भारतीय खेल प्राधिकरण भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय खेल निकाय है, जिसे भारत में खेल के विकास के लिए भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में है।
क्या है साई भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) भारत के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय का महत्वपूर्ण अंग है। अपनी खेल प्रोत्साहन योजनाओं के माध्यम से भारतीय खेल प्राधिकरण युवाओं में प्रतिभा उत्पन्न करने का काम करता है। इसके लिए वह उन्हें आवष्यक आधारभूत ढांचा, उपकरण, प्रशिक्षण की श्रेष्ठ सुविधाएं और प्रतियोगिता के अवसर प्रदान करता है।
भारतीय खेल प्राधिकरण भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय खेल निकाय है, जिसे भारत में खेल के विकास के लिए भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में है।
#Sports Authority of India in jhunjhunu
देश में है 14 नेशनल एक्सीलैंस सेंटर
-पटियाला
-सोनीपत
-हिसार
-सिलोंग
-इम्फाल
-कोलकाता
-जगतपुर
-भोपाल
-बेंगलुरु
-तिरुअनंतपुरम
-कांदीवेली मुम्बई
-ओरंगाबाद
-गांधीनगर
-अलपूझा
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यहां है रीजनल सेंटर
-चंडीगढ़
-जिराकपुर
-लखनऊ
-गुवाहाटी
-इंफाल
-कोलकाता
-भोपाल
-बेंगलुरु
-मुम्बई
-गांधीनगर
-सोनीपत
देश में है 14 नेशनल एक्सीलैंस सेंटर
-पटियाला
-सोनीपत
-हिसार
-सिलोंग
-इम्फाल
-कोलकाता
-जगतपुर
-भोपाल
-बेंगलुरु
-तिरुअनंतपुरम
-कांदीवेली मुम्बई
-ओरंगाबाद
-गांधीनगर
-अलपूझा
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यहां है रीजनल सेंटर
-चंडीगढ़
-जिराकपुर
-लखनऊ
-गुवाहाटी
-इंफाल
-कोलकाता
-भोपाल
-बेंगलुरु
-मुम्बई
-गांधीनगर
-सोनीपत