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6 फीट से ज्यादा लम्बी यह महिला विधायक खेतों में कर रही लावणी

locationझुंझुनूPublished: Apr 02, 2020 06:55:39 pm

Submitted by:

Rajesh

कृष्णा पूनिया लोकडाउन के समय खेतों में लावणी कर रही है। वह अभी अपने ससुराल गागड़वास में है। दिन में चने की फसल की लावणी कर रही है।

6 फीट से ज्यादा लम्बी यह महिला विधायक खेतों में कर रही लावणी

6 फीट से ज्यादा लम्बी यह महिला विधायक खेतों में कर रही लावणी

झुंझुनूं. चूरू जिले के राजगढ़(सादुलपुर) से विधायक एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कृष्णा पूनिया लोकडाउन के समय खेतों में लावणी कर रही है। वह अभी अपने ससुराल गागड़वास में है। दिन में चने की फसल की लावणी कर रही है। साथ ही किसानों को लावणी के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां भी बता रही है। उन्होंने कहा कि संकट का समय है। फसलों की लावणी भी जरूरी है। लावणी के समय दांतली को एक-दूसरे को नहीं दें। बीच के समय जब आप चाय पीओ या खाना खाओ तब साबुन से हाथ जरूर धोएं।
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जानिए कौन है कृष्णा पूनिया
हरियाणा के अग्रोहा में जन्मी कृष्णा पूनिया अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। कृष्णा का ससुराल चूरू जिले के राजगढ़ उपखंड के गागड़वास में है। 5 मई 1977 को जन्मी छह फीट एक इंच की लम्बाई वाली यह खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों में डिस्कस थ्रो(चक्का फेंक) में स्वर्ण पदक जीत चुकी। एशियाई खेलों में भी कांस्य पदक जीत चुकी। ओलंपिक में भी खेल चुकी। कृष्णा के पति वीरेन्द्र पूनिया भी अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके। दोनों को अनेक पुरस्कार मिल चुके।
आप घर पर रहें ताकि मैं 13 माह के बेटे से मिल सकूं

राजेश शर्मा

झुंझुनूं. आप अपने घर पर रहें। इस समय की सबसे बड़ी सेवा यही है। कितना भी जरूरी काम हो प्लीज बाहर नहीं जाएं। मैं पिछले 18 दिन से जयपुर के एसएमएस अस्पताल के उस वार्ड में ड्यूटी कर रही हूं जहां कोरोना के पॉजिटिव रोगी भर्ती हैं। मेरा 13 माह का मासूम बेटा है, लगातार ड्यूटी करने के कारण मैं उससे भी 18 दिन से नहीं मिल पा रही हूं। मैं बिना थके, बिना हारे काम कर रही हूं। …और करती रहूंगी। आप भीड़ का हिस्सा नहीं बनें। स्वस्थ रहें ताकि मैं अपने बेटे से जल्द मिल सकूं।
यह कहना है जिले के बगड़ कस्बे के बीएल चौक की बेटी पूनम रानी का।
#corona ke karmveer

पूनम जयपुर में नर्स द्वितीय श्रेणी के पद पर संविदा पर कार्यरत है। उसने बताया कि यहां कई कोरोना पॉजिटिव भर्ती हैं। उनको संभालना आसान काम नहीं है। उन्हें पॉजिटिव बातों से हिम्मत दिला रही हूं। कभी गाने भी सुनाती हूं, ताकि वे नकारात्मक नहीं सोचें। हर पल यही कहती हूं कि आप जल्दी ही स्वस्थ हो जाओगे। घबराओ नहीं। हम आपके साथ हैं। पांच मरीज यहां से स्वस्थ होकर लौटे भी हैं। पूनम ने बताया कि वह ड्यूटी से नहीं घबरा रही। बस अपना कर्म और धर्म निभा रही है।
पूनम के 13 माह के बेटे को उसके नाना रमेश पूनिया व नानी संभाल रहे हैं। पूनम का ससुराल हरियाणा के हिसार के निकट बरवाला में है।

एक मलाल भी
मैं यहां संविदा पर वर्ष 2014 से कार्यरत हूं। मेरा चयन नर्सिंंग भर्ती 2018 में हो चुका। लेकिन हमें नियुक्ति नहीं दी जा रही।
संदेश
मैं आपके लिए यहां 24 घंटे लड़ रही हूं। कोरोना मरीजों का उपचार कर रही हूं। आप से अपील है कि आप घर पर रहें। बाहर नहीं निकलें। कोरोना मुक्त राजस्थान के मिशन को सफल बनाएं।
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