ऐसे हुआ था खुलासा
झुंझुनूं में खाद्य सुरक्षा योजना में नाम एक साथ तेजी से जुड़े। कई खामियां थी उनको भी तुरंत दुरस्त कर दिया जाता। खामियां सही करने का अधिकार केवल एसडीएम के पास होता है। कई बार तो ऐसा हुआ कि रात को दस बजे भी फार्म को सही कर दिया गया।नाम बढऩे पर शक हुआ।एसडीएम सुरेन्द्र यादव ने जांच करवाई तो पता चला कि एक इ मित्र संचालक सुनील कुमावत यह कार्य कर रहा है। सुनील से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह एसडीएम के लोगिन और पासवर्ड से यह कार्य कर रहा था।साथ ही बताया कि लोगिन और पासवर्ड के बदले उसने बुडाना निवासी कलक्ट्रेट की न्याय शाखा में कार्यरत लिपिक योगेश कृष्णियां को 25 हजार रुपए व पार्टी दी थी।योगेश पहले एसडीएम ऑफिस में कार्य करता था।पुलिस ने एसडीएम की नामजद रिपोर्ट पर सुनील व योगेश को गिरफ्तार कर लिया। कलक्टर ने योगेश को निलम्बित भी कर दिया।
थानाधिकारी गोपाल ढाका से से सवाल
सवाल: एसडीएम के अधिकार बेचने के मामले में कौन-कौन आरोपी हैं?
जवाब-अभी दो आरोपी लिपिक योगेश कृष्णिया व इ मित्र संचालक सुनील हैं, दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
सवाल-फार्म भरने का कार्य कहां हो रहा था?
जवाब-ऑफलाइन का कार्य राजु के घर पर हो रहा था।वहीं फार्मों की स्क्रूटनी होती थी। लिस्ट बनती थी।
सवाल-सुनील के खाते में किसने पैसे डाले? जवाब-अनुसंधान में यह सामने आया है कि सुनील के खाते में बबलू चौधरी की तरफ से दो लाख रुपए डलवाए गए हैं। सुनील ने यह बात स्वीकार की है।
सवाल-ऑनलाइन का कार्य कहां हो रहा था?
जवाब ऑनलाइन का कार्य क्रेसर पर हो रहा था। जिस कम्प्यूटर से यह कार्य हो रहा था, उसे जब्त कर लिया गया है।
सवाल- यह कार्य कब से कब हो रहा था?
जवाब-मोटे रूप से जून 2018 से लगातार ऑफलाइन फार्म भरवाए गए।इसके बाद ऑनलाइन फार्म भरे गए।
सवाल-पासवर्ड कहां से किसने चुराए?
जवाब- योगेश पहले एसडीएम कार्यालय में लिपिक था।अनुसंधान में सामने आया है कि उसने एसडीएम के आइडी व पासवर्ड चुराकर ई मित्र संचालक सुनील को दिए। दोनों साथ बैठकर काम करते थे।
सवाल-तत्कालीन एसडीएम की भी कोई भूमिका है?
जवाब- अभी तक उनकी कोई भूमिका सामने नहीं आई है।
मुझे झूठे मामले में फंसा रहे हैं
मैंने किसी के खाते में दो लाख रुपए नहीं डलवाए।थानाधिकारी गोपाल ढाका शराब के ठेके के मामले में मुझसे द्वेष रखता है। मेरा राजनीतिक कॅरियर खराब करने के लिए मुझे झूठा फंसाया जा रहा है।आरोपी तो कुछ भी बयान दे सकता है।मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। मैं पुलिस के खिलाफ होईकोर्ट में जाऊंगा।
-बबलू चौधरी
एफआइआर में दो आरोपी हैं, दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।पूरी जानकारी फाइल देखकर ही बता सकता हूं।
-गौरव यादव,एसपी फार्मों की जांच की जा रही है। फार्म हजारों की संख्या में होने के कारण इस कारण समय लग रहा है। एसडीएम की रिपोर्ट पर लिपिक को निलंबित कर दिया है। जांच पूरी होने के बाद ही कोई नई बात सामने आ सकती है।
-रवि जैन, कलक्टर