ओमप्रकाश की शराब खत्म होने पर दो सौ रुपए का नकली नोट लेकर शराब लेने गया तो सेल्समैन ने नकली नोट फाड़ दिया। जिसके बाद आरोपी ने पांच सौ रुपए का नोट देकर शराब ली। जिसके बाद रविवार रात्रि 11 बजे एक बारात छोड़कर आई बस में बैठकर दोनों उदयपुरवाटी में सफी कॉम्पलेक्स के पास उतरे।
खुद की सिम तोड़, मोबाइल में पत्नी की सिम डाली थानाधिकारी भगवान सहाय मीणा ने बताया कि बागोरा में शराब ठेके पर लगे सीसीटीवी से मिले फुटेज में आरोपी ओमप्रकाश ही विक्रमजीत के साथ निकला था। ठेके के बाद जिस होटल में शराब पीने के लिए दोनों रुके थे। उस होटल पर काम करने वाले एक लड़के ने रात्रि 11 बजे तक दोनों एक साथ देखा था। विक्रजीत की हत्या करके आरोपी ओमप्रकाश ने खाना खाया और दूसरे दिन आठ जुलाई सुबह गाड़ी चलाने लिए सीकर चला गया और आठ और नौ जुलाई को सीकर ही रहा। आरोपी ने अपने मोबाइल की सिम तोड़ दी और अपनी पत्नी की सिम मोबाइल में डाल ली। जिसके बाद आरोपी ने नौ जुलाई को एक अपने परिचित को फोन करके बताया कि उससे गलती हो गई। अब वह बचने के लिए क्या करे? आरोपी ओमप्रकाश बेंगलुरु भागने की फिराक में था। जिसके लिए वह घर पर कपड़े लेने केे लिए आया था। लेकिन उससे पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया।
आरोपी ओमप्रकाश उर्फ बॉबी पहले भी जेल जा चुका है। 2010 में आरोपी ओमप्रकाश मारपीट के एक मामले में जेल जा चुका है। हत्या का खुलास करने वाली टीम में सीआई भगवान सहाय मीणा, हैण्डकांस्टेबल नानचाराम, श्यामलाल, मुकुंदगढ थाना से कांस्टेबल राजेश कुमार, कांस्टेबल बंशीधर, अजीत सिंह, हरिसिंह, सुरेश कुमार, सुनील कुमार, राजेश कुमार आदि शामिल थे।