बस से कुचले जाने से दोनों की मौके पर मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर लोगों का हुजूम इकठ्ठा हो गया। आक्रोशित लोगों ने बस में तोड़-फोड़ कर दी। घटना के बाद सड़क के दोनों तरफ वाहनों का जाम लग गया। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जाम को खुलवाकर यातायात शुरू करवाया।
इधर घटना की सूचना के बाद एम्बुलेंस 108 के मौके पर नहीं पहुंचने से आक्रोशित परिजनों ने विरोध जाहिर करते हुए पर मुर्दाघर के बाहर शव का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। करीब तीन घंटे की समझाइश के बाद प्रशासन की ओर से परिजनों की ओर से रखी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिए जाने पर परिजन पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुए। इस सम्बंध में मृतक नरेश सैनी के भाई जगदीश ने बस चालक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मृतक गोड़ावाली की ढाणी (बड़ागांव) निवासी रामेश्वर सैनी (48) शिव कॉलोनी झुंझुनंू निवासी रिश्ते में साले नरेश कुमार सैनी (60) के साथ बाइक पर सवार होकर दोपहर को रोड तीन निवासी किसी परिचित से मिलकर वापस लौटने की तैयारी कर रहे थे। यहां दोनों सड़क किनारे चाय की दुकान के पास खड़े होकर बातचीत करने लग गए।
इसी दौरान पीरूसिंह सर्किल से गुढ़ा मोड़ की तरफ तेज रफ्तार से जा रही लोक परिवहन बस सेवा चालक ने लापरवाही बरतते हुए गलत दिशा में जाकर दोनों को टक्कर मार दी। जिसस दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। टक्कर मारने के बाद चालक ने रोकने के बजाए रफ्तार को तेज कर दिया। भीड़ को आता देखकर चालक कुछ दूरी पर बस को खड़ा कर वहां से भाग छूटा।
मौके पर बिखरा खून
इधर, हादसे के बाद घटनास्थल पर चारों तरफ खून बिखर गया। इसके अलावा बस ने पास में खड़ी एक अन्य मोटरसाइकिल को भी चपेट में ले लिया। ऐसे में दोनों बाइकों के परखच्चे उड़ गए वहां मौजूद लोगों ने बताया कि सड़क से कुछ दूर स्थित चाय की दुकानों पर अक्सर भीड़ लगी रहती है। लेकिन रविवार का दिन होने से लोग कम थे। हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों में हड़कम्प मच गया।
21 फरवरी की बेटी की शादी
रिश्तेदारों ने बताया कि मृतक रामेश्वर सैनी की पुत्री अगले साल फरवरी में शादी होनी है। जिसकी घर में तैयारियां भी चल रही हैं। तैयारियों के सिलसिले में मृतक का अक्सर रिश्तेदार व परिचितों से मिलने के लिए झुंझुनूं आना लगा रहता था।
शव उठाने से इंकार
इधर, सूचना के बावजूद एम्बुलेंस 108 के मौके पर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने मुर्दाघर पर शव का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। परिजनों ने जिला मुख्यालय पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं होने पर पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लिया।
समाजसेवी विजेन्द्र कुमार जिला मुख्यालय पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने, परिजनों को दो लाख रुपए का मुआवजा, ब्रेकर निर्माण व ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करवाने की मांगे नहीं मानने तक पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। वहां मौजूद सीओ (सिटी) गोपाल लाल शर्मा के समक्ष जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग की।
तीन घंटे बाद माने परिजन
सीओ की सूचना पर एसडीएम झुुंझुनूं मौके पर पहुंची व परिजनों को समझाइश का प्रयास किया। लेकिन परिजन कलक्टर को बुलाने की बात पर अड़े रहे। इस पर एसडीएम ने कलक्टर को फोन पर परिजनों की मांग से अवगत करवाया। किसी आवश्यक मीटिंग में व्यस्त होने के कारण कलक्टर ने आने में असमर्थता जताई।
नियमानुसार मिलेगा मानदेय
एसडीएम ने कलक्टर से वार्ता के बाद परिजनों की ओर से रखी गई दो लाख के मुआवजे की मांग को पूरा करने में प्रशासन की असमर्थता जताई। उन्होंने कहा कि प्रशासन दुर्घटना के बाद नियमानुसार दी जाने वाली सहायता प्रदान कर सकता है। उन्होंने अधिक मदद के लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से राज्य सरकार को लिखने व यथा संभव मदद की बात कही।
मुख्यालय पर नहीं एम्बुलेंस
हादसे के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से घायलों को तत्काल राहत के लिए उलब्ध करवाई जाने वाली 108 सेवाओं की पोल खुल गई। मौके पर पहुंचे सीएमएचओ डॉ. एसएन धौलपुरिया ने बताया कि मुख्यालय पर तैनात एम्बुलेंस कंडम हो चुकी है। उन्होंने तत्काल मंड्रेला एम्बुलेंस 108 की सेवाएं शुरू करने की जानकारी दी।