इधर परिणाम का बढ़ता जा रहा इंतजार
कर्मचारी चयन बोर्ड ने जून 2022 में शारीरिक शिक्षकों की भर्ती की विज्ञप्ति निकाली थी। चार दिन बाद भर्ती प्रक्रिया को शुरू हुए एक साल पूरा हो जाएगा। लेकिन अभी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही। जबकि उसके बाद हुई रीट मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। शारीरिक शिक्षकों का परिणाम जारी नहीं होने से युवा भी परेशान हैं। युवाओं का कहना है उनकी नियुक्ति समय पर नहीं मिलने के कारण उनको हर माह नुकसान हो रहा है। इसका असर उनकी पदोन्नति पर भी पड़ेगा। भर्ती का परिणाम एक बार तो जारी कर दिया, लेकिन इसमें एक पेच छोड़ दिया। इस कारण अब फाइनल परिणाम दुबारा जारी किया जाएगा। शारीरिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष प्रदीप झाझड़िया ने बताया कि पद भरने से बच्चे खेलों में ज्यादा पदक जीत सकेंगे। जिले के खिलाड़ी नेशनल व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक ला सकेंगे।
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कम उम्र में प्रशिक्षण जरूरी
खेल में एक्सपर्ट वही खिलाड़ी बनता है जिसे बचपन में अच्छी कोचिंग मिले। खिलाड़ी जो गलतियां करता है, उसे कम उम्र में आसानी से सुधारा जा सकता है। इसलिए कम उम्र में खिलाड़ियों को खेल का प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी है। शारीरिक शिक्षकों की भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्द जारी कर नियुक्ति देनी चाहिए। बच्चे शारीरिक रूप से फिट रहेंगे तो पढाई में भी अच्छा करेंगे। इसके अलावा पद भी बढ़ाने चाहिए। प्राथमिक स्कूलों में भी पद मंजूर होने चाहिए।
सत्यवीर झाझड़िया, रिटायर्ड शारीरिक शिक्षक
परीक्षा ली: कर्मचारी चयन बोर्ड ने
– पद: 5546
– आवेदन लिए: जून 2023 से
– परीक्षा: 25 सितंबर 2022
– पहला परिणाम: 21 अक्टूबर 2022
– फाइनल परिणाम: इंतजार
झुंझुनूं जिला
– कुल पद: 523
– कार्यरत: 411
– रिक्त पद: 112
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करेंगे प्रदर्शन
सरकार जानबूझकर परिणाम जारी नहीं करवा रही। शारीरिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को एक साल होने को है। परीक्षा का अंतिम परिणाम पंद्रह दिन में जारी नहीं किया तो कर्मचारी चयन बोर्ड के दफ्तर के आगे प्रदर्शन किया जाएगा। स्कूल में नया सत्र शुरू होने वाला है, उससे पहले नियुक्ति मिल जानी चाहिए। परिणाम जारी नहीं होने से युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।