हो गए बेरोजगार
बीस साल से टूरिस्ट गाइड का काम करता हूं। जुलाई में पर्यटक आने शुरू हो जाते हैं। कोरोना के कारण गत मार्च से पर्यटक नहीं आए हैं। गाइडों के पास अब कोई काम नहीं रहा हैं। विदेशी पर्यटकों से बाजार व हवेलियों में रौनक रहती थी। अब हवेलियां सूनी पड़ी हैं।
-श्याम सिंह, गाइड
गाइड व पर्यटक व्यवसाय से जुड़े लोगों के सामने संकट है। कोई रास्ता भी दिखाई नहीं दे रहा है। होटल व हवेलियां सूनी पड़ी हैं। पर्यटन से जुड़े लोगों की सरकार को सहायता करनी चाहिए।
-रवि प्रकाश बारी, गाइड
ईश्वर से कर रहे दुआ
कोरोना काल में यहां लॉकडाउन के चलते 23 मार्च के बाद पर्यटक बंद होने के साथ ही दुकान (शौरूम) भी बंद है। लोकल ग्राहक सामान नहीं खरीदता है। कोरोनाकाल में पर्यटक नहीं आने से बेरोजगार हो गए हैं। अब ईश्वर से दुआ कर रहे हैं। कोरोना को हटाए और वैक्सीन जल्द बने।
-संदीप सिंह, संचालक मंडावा आर्ट
जल्द लौटे खुशियां
पर्यटकों के आने से उनका घर खर्चा चलता था। पर्यटक नहीं आने से आमदनी बंद हो गई। अब पर्यटक आने का इंतजार कर रहे हैं। हवेली के बिजली -पानी व सफाई का खर्चा वहन करने में असमर्थ हैं। ईश्वर से दुआ कर रहे हैं खुशियां जल्दी लौटे।
झुंझुनूं जिले में आए विदेशी पर्यटक वर्ष पर्यटक
2018 5513
2019 3860
2020 3389
(वर्ष 2020 के आंकडे मार्च तक के हैं)
आंकड़ों में मंडावा
ट्यूरिस्ट होटल 22
रेस्टोरेंट 5
होटल व्यवसाय से जुड़े कर्मचारी 2000
अधिकृत गाइड 25
एंटीक वस्तुओं के शोरूम 15