रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करें यह योग योग एवं जीवन विज्ञान विभाग, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय, लाडनूं के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रद्युन सिंह शेखावत ने बताया कि योग हमें विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाने में और हमारी रोगों से लडऩे की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। योग में वर्णित सूर्य नमस्कार, पेट और श्वास की क्रियाएं, ताड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, सिंहासन आदि आसन तथा अनुलोम विलोम व भस्त्रिका प्राणायाम श्वसन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक है। कोरोना जैसे संक्रमण से अपने फेफड़ो को बचाने के लिए उनकी क्षमता को बढ़ाने के लिए पेट के बल लेट कर दोनों हाथों को सामने नमस्कार मुद्रा में जोड़कर 5 मिनट लंबा श्वास लेना और छोडऩा तथा जल नेती तथा कुंजल क्रिया लाभदायक है। पूरे शरीर की सरसों अथवा नारियल के तेल से मालिश भी लाभदायक है। शवासन की मुद्रा में प्रेक्षा ध्यान का अभ्यास भी हमारे रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाता है एवं हमारी रोगों से लडऩे की क्षमता को बढ़ाता है। ओम की ध्वनि और उड्डीयानबंध भी इसमें उपयोगी होता है। शुद्ध सात्विक आहार, तनाव से बचाव तथा सकारात्मक विचार हमारे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाते हैं।