तीस वर्षीय विक्रमजीत शर्मा गुरुग्राम में गाड़ी चलाने का काम करता था। जहां से वह दो तीन साल के बाद तिवाड़ी की ढाणी आया था। जहां पर उसकी मां रहती है। उसका बड़ा भाई भी परिवार के साथ गुडग़ांव रहता है। वह रविवार को दोपहर में गुरुग्राम जाने के लिए घर से निकला था। अभी शव उदयपुरवाटी मोर्चरी में रखा हुआ है। पीडि़त के परिजन हत्या के आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांंग कर रहे हैं। पिता का निधन हो चुका। खुद अविवाहित था।
दिल्ली वाले बस स्टैंड से एक किलोमीटर
क्षेत्र के लोग दिल्ली व गुरुग्राम की तरफ जाने के लिए उदयपुरवाटी से ही बस में बैठते हैं। यह भी शायद बस में बैठने के लिए आया था। जहां शव मिला है, वह जगह बस स्टैंड से करीब एक किलोमीटर दूर है।बस स्टैण्ड से तीजों के जोहड़ की तरफ जाने वाला रास्ते में गट्टे वाले बालाजी के आगे कब्रिस्तान है। जिसके बाद आगे पहाड़ी क्षेत्र होने से रास्ता सुनसान रहता है।