150 गांवों में बिजली बाधित
जिले के आधे यानी करीब 150 गांवों में बिजली सप्लाई बंद पड़ी है। सफीदों डिविजन के आठ और जींद और नरवाना डिविजन के पांच-पांच पावर हाउस बंद हैं। एसई श्यामबीर सैनी ने बताया कि ज्यादातर शहरी एरिया की सप्लाई शुरू हो गई है। पहले गांवों की सप्लाई चालू की जाएगी, उसके बाद खेतों की बिजली सप्लाई शुरू की जाएगी। खेतों में पानी भरा होने के कारण परेशानी आ रही है। जहां धान लगा है, उस खेत में बिजली कमिज़्यों के जाने का विरोध कर रहे हैं। तेज आंधी के दौरान ज्ञान तारा रोड स्थित लकड़ी आरे की छत उड़ गई और पड़ोस में मकान जा गिरी। जींद सकज़्ल के 42 से केवल 24 पावर हाउस ही शुरू हो सके और 18 बंद पड़े थे।
भैंस व कटड़ी मरे
जिले के बिघाना गांव में सात लोगों के मकान गिरने के अलावा पेगां और थुआ गांव के तीन किसानों की अंधड़ में बाहर बंधी कटड़ी और भैंस की मौत हो गई है। पेड़ गिरने से मुख्य मार्गों से लेकर लिंक मार्ग तक रास्ता बाधित हो गया। वाहनों को दूसरे मार्गों से होकर गुजरना पड़ा। जींद से कैथल मार्ग पर भी काफी संख्या में पेड़ गिर गए। इस कारण जींद से कैथल, पंचकूला की तरफ जाने वाली बसें मुख्य मार्ग की बजाय डाहौला, छात्तर, थुआ होकर किठाना से होते हुए कैथल तक पहुंची।
डीसी रहे कार्यालय में
डीसी डा. आदित्य दहिया दोपहर तक रविवार को अवकाश होने के बावजूद लघु सचिवालय में अपने कार्यालय में बैठे रहे। गांवों में घरेलू और खेतों में ट्यूबवेल की सप्लाई बाधित रही। पेड़ टूटने के कारण रोहतक रोड, गोहाना रोड, सफीदों रोड, हांसी रोड के अलावा सभी लिक मार्ग बाधित रहे। पेड़ों को हटाकर रास्तों को खोला गया। शहर में भी लघु सचिवालय, डीआरडीए में काफी पेड़ टूट गए। नगर परिषद के कमज़्चारियों ने पेड़ों को हटाकर रास्ता साफ किया। दूसरी तेज आंधी के कारण कई छतों के टीन उड़ गए। बस स्टैंड के सामने पीडब्ल्यूडी कालोनी की खेतों के साथ लगती चहारदीवारी भी तेज आंधी के कारण गिर गई।