घोड़ी का कोई भी मालिक सामने नहीं आया। लोगों में पशु पालन विभाग तथा वन्य प्राणी विभाग के प्रति रोष देखने को मिला। गोहाना रोड कच्चे बाईपास के निकट मंगलवार सुबह घोड़ी ने आवारा पशुओं के पीछे दौडऩा तथा काटना शुरु कर दिया। लोगों ने आवारा पशुओं को काट रही घोड़ी को भगाने की कोशिश की तो घोड़ी ने पलटवार करते हुए लोगों पर हमला करना शुरु कर दिया। हालात यहां तक रहे कि घोड़ी जींद-गोहाना मार्ग से गुजरने वाले वाहनों के पीछे दौडऩे लगी। जिसमें कुछ दुपहिया वाहन सवार लोग मामूली तौर पर घायल हो गए।
लोगों को वाहन छोड़कर भागते और सुरक्षित स्थानों में शरण लेते देखा गया। सड़क के दोनों और बनी दुकानों तथा आसपास की बस्तियों के दरवाजे बंद हो गए। राहगीरों पर घोड़ी द्वारा हमला किए जाने की शिकायत पुलिस, वन्य प्राणी विभाग तथा पशुपालन विभाग को की गई। वन्य प्राणी तथा पशुपालन विभाग ने अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया।
जबकि सिविल लाइन थाना पुलिस के एएसआई सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस पार्टी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बकायदा लोगों को घोड़ी से दूर रहने की हिदायत दी, फिर ट्रैक्टर ट्राली तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद घोड़ी को काबू कर लिया। जिसकी कुछ समय के बाद मौत हो गई। सुबह साढ़े आठ बजे से साढ़े दस बजे तक गोहाना रोड पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। घोड़ी के पकड़े जाने तथा उसकी मौत होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।