उसके 2 लड़की व एक लड़का है। करीब एक वर्ष पहले उसके पति ओमप्रकाश ने अपनी जमीन के हिस्से मेे से एक एकड़ जमीन 18 लाख रूपए में बेची थी। उन पैसों में से उसके पति ओमप्रकाश ने 11 लाख 75 हजार रूपए भाग खेड़ा गांव के संजय पंडित को दिए थे। संजय पंडित पिल्लूखेड़ा मंडी में रहता है।
कमलेश नेे अपने बयान में कहा कि अब संजय वो पैसे वापिस नहीं कर रहा था। संजय पैसों को लेकर आगे से आगे समय देता जा रहा था। संजय ने 17 अगस्त शुक्रवार को पैसों का हिसाब करने का समय दिया था। उसका पति ओमप्रकाश शुक्रवार सुबह संजय के पास पैसों के हिसाब की कापी लेकर गया था लेकिन दोपहर 2 बजे उसके पास उसके पति ओमप्रकाश का फ ोन आया। फ ोन पर उसने बताया कि संजय ने कोई हिसाब किताब नहीं किया बल्कि हिसाब किताब की कापी को भी फ ाड़ कर पैसे देने से मना कर दिया है।
कमलेश ने ब्यान में बताया कि उसके पति ने उसे कहा कि पैसे ना देने के कारण उसने पिल्लूखेड़ा की पूरानी अनाज मंडी में सल्फ ास की गोली खा ली है। वो यह बात सुनकर पिल्लूखेड़ा मंडी में पहुंची तो उसका पति गेट की दीवार के पास पड़ा मिला। वो अपने जेठ तेज ङ्क्षसह की गाड़ी में डालकर उसे जींद के मलिक हस्पताल ले गई। पैसों वाली यह सारी बाते मेरे पति ने इस दौरान रास्ते में उसे बताई।
इलाज के दौरान उसके पति की जेब से सुसाइड नोट लिखा हुआ पाया। जिस पर लेन देन लिखा हुआ है। 18 अगस्त को उसके पति की मौत हो गई। मृतक ओमप्रकाश की पत्नी कमलेश ने पिल्लूखेड़ा पुलिस को दिए अपने बयान में अपनी पति की मौत का जिम्मेवार भाग खेड़ा के संजय पंडित को माना है। कमलेश ने कहा कि संजय द्वारा पैसे ना देने के कारण उसके पति ओमप्रकाश की जान गई है। कमलेश ने पिल्लूखेड़ा पुलिस से संजय के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की गुहार लगाई है।
क्या कहते हैं पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी-
कलावती गांव के ओमप्रकाश द्वारा जहर खाकर जान देने के मामले में पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी किशोरी लाल ने बताया कि पिल्लखेड़ा पुलिस मामले की जांच कर रही है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौप दिया है। मृतक की पत्नी कमलेश के ब्यान के आधार पर संजय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के परिजनों ने एक सुसाइड नोट भी पुलिस को दिया है। पुलिस इस सुसाइड नोट और इस पूरे मामले की जांच कर रही है।