जींदPublished: May 07, 2020 07:26:44 pm
Chandra Prakash sain
सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने को किसान ने पेड़ पर बना डाला आशियाना
जींद के गांव पेगा में 44 दिन से पेड़ पर चारपाई डालकर रह रहा किसान
चंडीगढ़. कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की कई उदाहरणें सामने आ रही हैं। हरियाणा में जींद जिला के गांव पेगां के एक किसान सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश देने के लिए ऐसा अनोखा कार्य कर दिया है जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यह किसान अपने घर-परिवार से दूर होकर आम के एक पेड़ पर आशियाना बनाकर रह रहा है।
मार्च में जब से लॉकडाउन लागू हुआ है तभी से पेगां गांव के किसान महावीर अपना घर छोडक़र बाग में रह रहे हैं। लोगों से शारीरिक दूरी बनी रहे, इसके लिए बाग में ही आम के पेड़ पर अपना आश्रय स्थल बना लिया। रात को पेड़ पर ही सोते हैं। फिलहाल उनके बाग में आम लगे हुए हैं। गांव व आसपास के लोग फल खरीदने के लिए आते हैं तो उन्हें गेट के बाहर ही रोक देते हैं और वहीं फल तोडक़र देकर आते हैं। उसके बाद दोबारा पेड़ पर जाकर बैठ जाते हैं। पूरा दिन पेड़ से बाग की रखवाली करने के साथ जागते रहो की आवाज लगाते रहते हैं।
महावीर ने बताया कि जिस तरह चोरी होने से रोकने के लिए जागते रहो की आवाज देकर चौकीदार लोगों को चौकन्ना करते हैं। उसी तरह कोरोना भी चोर है, जो किसी भी रास्ते से हमारे घर में घुस सकता है। कोरोना को घर में प्रवेश से रोकने के लिए हमें चौकन्ना रहना होगा। गांव के नजदीक ही उनका बाग है, जहां से निकलने वाले लोगों को लगातार कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील करते हैं। 23 मार्च से लेकर अब तक महावीर अपने घर नहीं गए हैं। घर से तीनों समय का खाना घरवाले बाग में ही भेज देते हैं।