विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार गांव बुढाखेड़ा व बेरीखेड़ा गांव के कुछ बच्चों का कई महीने पहले आपस में मामूली झगड़ा हो गया था, उस समय झगड़ा निपट गया था। उसके उपरांत बेरीखेड़ा गांव के मोनू ने 9 मार्च को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह 8 मार्च की शाम को कालवा माईनर से जा रहा था। उसी दौरान बुढाखेड़ा गांव के नीरज और अन्य से उसकी कहासुनी हो गई। इस पर नीरज और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट की थी। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने मोनू की शिकायत पर बुढाखेड़ा गांव के नीरज, सचिन, भारत, साहिल उर्फ सोलू का नामजद कर 8 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। फिर बाद मेें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नीरज, सचिन तथा साहिल उर्फ सोलू को गिरफ्तार कर लिया था। इसी मामले में गांव बुढाखेड़ा के सुरजीत उर्फ सीता पुत्र राधा ने मामले के निपटारे हेतु काफी जोर लगाया। क्योंकि नीरज सुरजीत का पुत्र है। उसी मामले में सुरजीत की बातचीत हैड कांस्टेबल जसबीर सिंह से हो गई। सुरजीत के अनुसार हैड कांस्टेबल जसबीर सिंह ने दस हजार रुपये की मांग की। सुरजीत ने इसकी शिकायत विजिलैंस जींद को दी। विजिलैंस की टीम ने तुंरत कार्रवाई करते हुए जसबीर को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों थाना पिल्लूखेड़ा से गिरफ्तार किया।
विजिलेंस इंस्पैक्टर बलबीर सिंह ने बताया कि उनके पास पास सुरजीत की शिकायत आई थी, शिकायत के आधार पर उन्होने हैड कांस्टेबल को पकडऩे के लिए रैडिंग टीम बनाई। टीम ने जसबीर सिंह को 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्यवाही कर रही है।