चौटाला के हस्ताक्षरों के साथ जारी इस अपील में ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि जैसे कि आप सभी लोगों को मालूम है कि मैं कुछ समय से बीमार हूं। इसके चलते अस्पताल में भर्ती हूं। इस कठिन परीक्षा के दौर में बीमार होते हुए भी आप लोगों के बीच आना चाहता था। इसलिए मैंने फरलो के लिए आवेदन किया था। जोकि पहले तीन सप्ताह के लिए 17 जनवरी, 2019 को मंजूर हो गया था। इसके बाद मुझ पर पहले तेजा खेड़ा फार्म में रहने की शर्त लगा दी, फिर इसके बाद मुझ पर यह शर्त लगा दी कि मैं किसी राजनैतिक प्रक्रिया में भाग न लूं। यह मेरे साथ अन्याय है, लेकिन हद तो तब हो गई जब मंजूरशुदा फरलो 21 जनवरी, 2019 को रद्द कर दी गई।
इनेलो सुप्रीमो ने लिखा कि यह सब दिग्विजय सिंह, दुष्यंत और आम आदमी पार्टी केजरीवाल की मिलीभगत से किया गया है। और मेरी पीठ में छुरा घोंपा गया है। आप सबको मालूम है मेरे स्वर्गीय पिता जी चौधरी देवीलाल द्वारा स्थापित इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की मैंने मां की तरह पूजा की और खून-पसीने से इसे सींचा है। मेरी आप लोगों से यह अपील है कि इन लोगों द्वारा रचे गए इस षड्य़ंत्र का बदला आप इनेलो पार्टी के उम्मीदवार उमेद सिंह रेढू को भारी मतों से जिताकर लेंगे। यही मेरे प्रति इन गद्दारों की गद्दारी का बदला होगा।
इनेलो पार्टी कार्यालय द्वारा मीडिया को बुधवार को जारी की गई अपील में दावा किया गया है कि यह अपील इनेलो सुप्रीमो ने 21 जनवरी को उस समय लिखी जब उन्हें अस्वस्थ हालत में अस्पताल से तिहाड़ जेल भेजा जा रहा था। यह अपील उन्होंने हाथ से लिखी है जिस पर उनके हस्ताक्षर भी हैं।