पंखे से लटका मिला
यह मामला है जींद जिले के सिल्लाखेड़ी गांव का। इस गांव में स्थित मंदिर में पुलिस को महंत चेतन दास द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली। इससे पहले ग्रामीणों ने महंत के दरवाजे नहीं खोलने पर कई घंटों तक इंतजार किया। काफी प्रयासों के बाद भी जब कमरे से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो ग्रामीणों ने पुलिस का सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। कमरे में महंत चेतन दास का शव पंखे से लटका हुआ मिला। पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को पंखे से उतारा औंर पोस्टामार्टम के लिए भिजवाया।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें महंत रात को साढ़े 12 बजे कमरे के बाहर से कुर्सी लेकर जाते दिखाई दे रहे हैं। उसके बाद करीब सवा तीन बजे तक महंत चेतन दास बार-बार बाहर आते और चाय पीते दिखाई दे रहे हैं। रात साढ़े तीन बजे के बाद महंत कमरे से बाहर नहीं आते हैं। ग्रामीणों जब सुबह मंदिर पहुंचे तो महंत दिखाई नहीं दिए। उन्होंने महंत का कमरा अंदर से बंद पाया। ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ा तो महंत फांसी के फंदे पर लटका मिला। सूचना पाकर एसआई हरिकिशन पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया।
आरोप लगाने वाले की तलाश
पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें महंत ने अपने ऊपर एक व्यक्ति द्वारा चरित्रहनन के प्रयासों का जिक्र किया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार के लिए महंत के शव को ग्रामीणों का सौंप दिया। पुलिस अब उस व्यक्ति का पता लगाने का प्रयास कर रही है, जिसने महंत के चरित्र पर लाछंन लगाया था। जिसकी वजह से महंत को सुसाइड जैसा कदम उठाने पर विवश होना पड़ा।