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हिंदू समाज में एकजुटता नहीं होने के कारण राम मंदिर के निर्माण में हो रही है देरी-महेंद्र सिंह

locationजींदPublished: Dec 05, 2018 08:34:27 pm

धर्म सभा में बड़ेे-बड़े साधु-संत व हिंदू समाज के विद्वान शिरकत करेंगे…

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(जींद): विश्व हिंदू परिषद के रोहतक विभाग के संगठन मंत्री महेंद्र नेे कहा कि हिंदू समाज अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के लिए पिछले 490 वर्षों से संघर्ष कर रहा है लेकिन इसके बावजूद भी हम अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण नहीं करवा पाए इसका मुख्य कारण यह है कि हिंदू एकजुट नहीं है।


विशाल सभा का होगा आयोजन

अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद प्रदेशभर में धर्म सभाओं का आयोजन कर भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए शंखनाद कर रही है। इसी कड़ी के तहत आगामी 8 दिसंबर को जींद की पुरानी अनाज मंडी में विशाल धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। इस धर्म सभा में बड़ेे-बड़े साधु-संत व हिंदू समाज के विद्वान शिरकत करेंगे।


महेंद्र बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थेे। महेंद्र ने कहा कि सृष्टि के आरंभिक काल से भारतवर्ष आदर्श जीवन की मान्यताओं को मानने वाला जो समाज है उसका आधार रहा है और इसमें समय-समय पर ऐसे महापुरुष हुए हैं जिन्होंने अपने आदर्श चरित्र के कारण से भगवान का रूप धारण किया। ऐसे ही अयोध्या के राजकुमार राम हुए जो अपने आदर्श आचरण के कारण मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने, राम भारत के जन-जन के प्राणाधार हैं और कण-कण में विद्यमान हैं। ऐसे भगवान राम के भव्य मंदिर को 1528 ईस्वी में आतताई बाबर ने ध्वस्त किया और उसके स्थान पर एक ढांचा खड़ा कर दिया जिसका आकार मस्जिदनुमा था किंतु उसमें कभी भी नमाज नहीं पढ़ी गई न ही उसका वास्तु पूरी तरह से इस्लामिक सिद्धांतों पर आधारित था। हिंदू समाज भगवान राम की जन्म भूमि के इस मंदिर के स्थान को वापस लेने के लिए निरंतर संघर्षरत रहा और विगत 490 वर्षों में भारत के स्वाधीनता से पहले तक 76 युद्धों में आमने-सामने की लड़ाई हुई और 77वीं लड़ाई अभी तक जारी है जो संतों के आह्वान पर विश्व हिंदू परिषद जन-जन के सहयोग से लड़ रही है। अभी यह मामला न्यायालय में लंबित है, जिससे समस्त हिंदू समाज का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

 

चुनाव के दौरान ही विश्व हिंदू परिषद को राम मंदिर की याद क्यों आती है इस सवाल के जवाब में धर्म सभा के जिला सहसंयोजक योगेश ने बताया कि इस शंखनाद का संबंध किसी प्रकार के चुनावों से नहीं है क्योंकि भारत वर्ष में लोकतंत्र स्थापित है और ऐसे अनेक चुनाव वर्षभर चलते ही रहते हैं। किसी एक चुनाव अथवा किसी एक दल विशेष के लिए कोई आंदोलन विश्व हिंदू परिषद ने न कभी चलाया है और न चला रहा है। भगवान राम सबके हैं और हम सब भगवान राम के हैं इसलिए आगामी 8 दिसंबर को जींद की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित होने वाली धर्म सभा में समाज के लोगों को बढ़-चढक़र इस धर्म सभा में हिस्सा लेना चाहिए ताकि जन भावनाओं का सम्मान करते हुए भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण को शीघ्र आरंभ करने का मार्ग प्रशस्त हो सकेे। इस अवसर पर उनके साथ धर्मसभा के जिला संयोजक सुंदर लाल, जिलाध्यक्ष महेश मंगला, सह-जिला मंत्री सुखेंद्र सिंह मौजूद रहे।

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