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DRDO RAC में मैकेनिकल इंजीनियर के पदाें पर निकली वैकेंसी, 80,000 रूपए सैलरी

Published: Jun 13, 2018 03:45:02 pm

DRDO RAC Mechanical Engineer recruitment 2018, डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) ने मैकेनिकल इंजीनियर

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DRDO RAC में मैकेनिकल इंजीनियर के पदाें पर निकली वैकेंसी, 80,000 रूपए सैलरी

DRDO RAC Mechanical Engineer recruitment 2018, डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) ने मैकेनिकल इंजीनियर के 19 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व याेग्य उम्मीदवार विज्ञापन प्रकाशन की तिथि से 21 दिनों के भीतर (30 जून 2018) तक आवेदन कर सकते हैं। अावेदन आैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।

डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) में रिक्त पदाें का विवरणः

• मैकेनिकल इंजीनियर – 19 पद

वेतनमानः 80,000 रूपए

डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) में योग्यता मानदंड:

शैक्षिक योग्यता: मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मैकेनिकल ब्रांच में इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी स्नातक या समकक्ष।
आयु सीमा – 28 वर्ष (मानदंडों के अनुसार आरक्षित श्रेणी उम्मीदवारों को आयु छूट दी जाएगी)

डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) में चयन प्रक्रिया :

योग्य उम्मीदवारों का 1:25 के अनुपात में वैध गेट स्कोर के आधार पर लिखित परीक्षा के लिए चयन किया जाएगा।
आवेदन कैसे करें:

इच्छुक उम्मीदवार रोजगार समाचार में विज्ञापन प्रकाशन की तिथि से 21 दिनों के भीतर (30 जून 2018) तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिक विवरण के लिए, उम्मीदवार नीचे दिए गए लिंक विस्तृत अधिसूचना पर क्लिक कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण तिथि:

• आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि: रोजगार समाचार में विज्ञापन प्रकाशन की तिथि से 21 दिनों के भीतर (30 जून 2018)

DRDO RAC Mechanical Engineer recruitment notification 2018ः

डीआरडीओ-रिक्रूटमेंट एंड असेसमेंट सेंटर (RAC) ने मैकेनिकल इंजीनियर के 19 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( DRDO ) का परिचयः

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( DRDO, डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिये देश की अग्रणी संस्था है। यह संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक आनुषांगिक ईकाई के रूप में काम करता है। इस संस्थान की स्थापना 1958 में भारतीय थल सेना एवं रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में की गयी थी। वर्तमान में संस्थान की अपनी इक्यावन प्रयोगशालाएँ हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में अनुसंधान में रत हैं। पाँच हजार से अधिक वैज्ञानिक और पच्चीस हजार से भी अधिक तकनीकी कर्मचारी इस संस्था के संसाधन हैं। यहां राडार, प्रक्षेपास्त्र इत्यादि से संबंधित कई बड़ी परियोजनाएँ चल रही हैं।

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