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नए लोगों को नौकरी पर रखने जा रहे हैं, तो इस चेकलिस्ट को जरूर फॉलो करें

Published: Aug 12, 2018 01:03:41 pm

जब भी आप ऑफिस में नई हायरिंग कर रहे हों, भले ही वह एक एम्प्लॉई की हो या ज्यादा एम्प्लॉइज की, आपको न्यू-हायर ऑनबोर्डिंग चेकलिस्ट जरूर फॉलो करनी चाहिए।

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जब भी आप ऑफिस में नई हायरिंग कर रहे हों, भले ही वह एक एम्प्लॉई की हो या ज्यादा एम्प्लॉइज की, आपको न्यू-हायर ऑनबोर्डिंग चेकलिस्ट जरूर फॉलो करनी चाहिए। इससे आप हायरिंग से पहले जरूरी सभी स्टेप्स को कवर कर पाते हैं। साथ ही यह चेकलिस्ट नए एम्प्लॉइज को आपकी टीम का हिस्सा बनने में भी मदद करती है। एक अच्छी तरह से डिजाइन की गई चेकलिस्ट आपकी हायरिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाती है और आपको योग्य एम्प्लॉई के चुनाव में मदद करती है। आइए जानते हैं, एक प्रभावी चेकलिस्ट के कुछ स्टेप्स।

एचआर के साथ काम करें
अपने ऑफिस में हायरिंग प्रक्रिया शुरू करने से पहले उसके बारे में अपने एचआर डिपार्टमेंट के साथ योजना जरूर बना लें, उसके बाद ही आगे बढ़ें। जब भी आपको किसी नई पोजीशन या नए एम्प्लॉई की जरूरत महसूस हो, तब अपने हायरिंग मैनेजर के साथ रिक्रूटमेंट स्ट्रेटिजी मीटिंग शेड्यूल कर लें। इसके बाद पोजीशन से संबंधित जरूरी स्किल्स, क्रेडेंशियल्स और अनुभव तय कर लें ताकि हायरिंग के समय आपको सही कैंडिडेट चुनने में मदद मिल सके। इसके साथ ही आपके एचआर विभाग को भी विज्ञापन में जॉब डिस्क्रिप्शन देने में आसानी हो और आपको योग्य कैंडिडेट्स मिल सकें।

कैंडिडेट पूल बनाएं
सही कैंडिडेट चुनने के लिए आपको थोड़ी तकलीफ तो उठानी होगी। आपको हायरिंग प्रक्रिया से पहले सभी आवेदकों के रेज्यूमे ध्यान से पढऩे होंगे और उसके बाद उन सभी आवेदकों को ईमेल करना होगा कि आपको रेज्यूमे मिल गया है। जो आवेदक आपके पोजीशन के हिसाब से फिट हैं, उन्हें आप ईमेल के जरिए इंटरव्यू के लिए बुला सकते हैं और जो नहीं हैं, उन्हें आप भविष्य में मौका देने की बात कह सकते हैं। हालांकि, आपको याद रखना होगा कि ईमेल में आपको सिर्फ रेज्यूमे मिलने की बात कहनी है और किसी अन्य चीज पर टिप्पणी नहीं करनी।

इंटरव्यू शेड्यूल करें
एक बार आवेदन मिलने के बाद, अपने हायरिंग सुपरवाइजर या हायरिंग मैनेजर के साथ इंटरव्यू सेशन शेड्यूल करें। साथ ही सभी आवेदकों को इंटरव्यू प्रोसेस की अवधि के बारे में सूचित कर दें। इंटरव्यू से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि सभी इंटरव्यूअर्स को उनके रोल्स और जिम्मेदारियों के बारे में अच्छे से पता हो। जब इंटरव्यूअर्स को अपने रोल्स के बारे में अच्छी तरह से पता होगा, तभी वह कैंडिडेट से सही तरह से और पोजीशन के अनुसार सवाल कर सकेंगे और उसे सही तरीके से आंक सकेंगे। तभी आपको सही कैंडिडेट मिल सकेगा।

बैकग्राउंड चेक करें
नई हायरिंग से पहले आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आपके क्लाइंट्स और कलीग्स की सुरक्षा किसी तरह से प्रभावित न हो। इसके लिए आपको कैंडिडेट्स का बैकग्राउंड चेक करना जरूरी होता है। जिन भी कैंडिडेट्स को आप इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट करें, उन्हें इंटरव्यू पर बुलाने से पहले उनके बारे में पूरी रिसर्च कर लें और साथ ही उनका बैकग्राउंड भी चेक कर लें। इन पहलुओं पर संतुष्ट होने के बाद ही किसी कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए बुलाएं ताकि आप अपनी टीम को सुरक्षित रख सकें और आपको अपनी कंपनी के लिए योग्य कैंडिडेट मिल सके।

इंटरव्यू को एरर-प्रूफ बनाएं
आपको योग्य कैंडिडेट्स के साथ इंटरव्यू शेड्यूल करने से पहले यह पता लगाना होता है कि आप उनकी सैलरी डिमांड को पूरा कर सकेंगे या नहीं। फस्र्ट राउंड इंटरव्यू में आपको कैंडिडेट्स की स्क्रीनिंग करनी होती है और उन्हें अपनी कंपनी और उसकी जरूरतों के बारे में जानने का मौका देना होता है। इसके बाद आप हर इंटरव्यूअर से कैंडिडेट इवेल्यूएशन फॉर्म भरवाकर हर कैंडिडेट का आकलन करवा सकते हैं और अगर आपको वह कैंडिडेट अपनी कंपनी की पोजीशन के लिए उपयुक्त लगता है तो आप उसे दूसरे राउंड के लिए बुला सकते है।

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