इंडिया पोस्ट, मध्य प्रदेश सर्किल में रिक्त पदों का विवरण:
ग्रामीण डाक सेवक: 2411 पद पात्रता मानदंड शैक्षिक योग्यता:
उम्मीदवार को संबंधित राज्य सरकार/ सेंट्रल गवर्मेंट द्वारा अनुमोदित बोर्ड से 10 वीं कक्षा पास करना चाहिए। अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता के मुकाबले किसी भी उच्च योग्यताओं के लिए कोई अतिरिक्त अंक नहीं दी जाएगी तथा वैसे उम्मीदवार जिन्होंने पहले प्रयास में दसवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है, उन्हें कम्पार्टमेंट से पास लोगों से अधिक मेरिट वाला माना जायेगा, साथ ही पदों से सम्बंधित विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।
आयु सीमा: 18-40 साल
MP postal circle Gramin Dak Sevak के पदों पर आवेदन कैसे करें:
इन पदों के लिए योग्य उम्मीदवार अधिकारिक वेबसाइट https://indiapost.gov.in या http://appost.in/gdsonline के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 19 फरवरी 2018 तक कर सकते हैं। इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।
MP postal circle Gramin Dak Sevak के पदों पर आवेदन कैसे करें:
इन पदों के लिए योग्य उम्मीदवार अधिकारिक वेबसाइट https://indiapost.gov.in या http://appost.in/gdsonline के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 19 फरवरी 2018 तक कर सकते हैं। इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।
महत्वपूर्ण तिथि:
आवेदन की अंतिम तिथि: 19 फरवरी 2018 MP postal circle Gramin Dak Sevak Recruitment notification 2018: India post Gramin Dak Sevak Recruitment 2018, इंडिया पोस्ट, मध्य प्रदेश सर्किल ने रिक्त 2411 ग्रामीण डाक सेवक पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।
आवेदन की अंतिम तिथि: 19 फरवरी 2018 MP postal circle Gramin Dak Sevak Recruitment notification 2018: India post Gramin Dak Sevak Recruitment 2018, इंडिया पोस्ट, मध्य प्रदेश सर्किल ने रिक्त 2411 ग्रामीण डाक सेवक पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।
परिचयः भारतीय डाक सेवा (India Post) भारत सरकार द्वारा संचालित डाकसेवा है जो ब्रांड नाम के तौर पर इंडिया पोस्ट या भारतीय डाक के नाम से काम करती है। भारतीय डाक प्रणाली का जो उन्नत और परिष्कृत स्वरूप आज हमारे सामने है, वह हजारों सालों के लंबे सफर की देन है। अंग्रेजों ने डेढ़ सौ साल पहले अलग-अलग हिस्सों में अपने तरीके से चल रही डाक व्यवस्था को एक सूत्र में पिरोने की जो पहल की, उसने भारतीय डाक को एक नया रूप और रंग दिया। पर अंग्रेजों की डाक प्रणाली उनके सामरिक और व्यापारिक हितों पर केंद्रित थी। भारत की आजादी के बाद हमारी डाक प्रणाली को आम आदमी की जरूरतों को केंद्र में रख कर विकसित करने का नया दौर शुरू हुआ। नियोजित विकास प्रक्रिया ने ही भारतीय डाक को दुनिया की सबसे बड़ी और बेहतरीन डाक प्रणाली बनाया है। राष्ट्र निर्माण में भी डाक विभाग ने ऐतिहासिक भूमिका निभाई है और इसकी उपयोगिता लगातार बनी हुई है। आम आदमी डाकघरों और पोस्टमैन पर अगाध भरोसा करता है। तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद इतना जन विश्वास कोई और संस्था नहीं अर्जित कर सकी है। यह स्थिति कुछ सालों में नहीं बनी है। इसके पीछे बरसों का श्रम और सेवा छिपी है।