अच्छे खाने की इस मांग ने आज कई हाउसवाइव्ज को भी एंटरप्रेन्योर बना दिया है। अगर आप भी अच्छा खाना बना सकते हैं और आपके शहर के ऐसे इलाके तक आपकी पहुंच है, जहां बाहर से आए स्टूडेंट्स या वर्किंग प्रोफेशनल रहते हैं, तो आप भी इस बिजनेस में हाथ आजमा सकते हैं। यह ऐसा बिजनेस है, जिसमें अवसर भी ज्यादा हैं और कंपीटीशन भी। यहां भोजन के माध्यम से लोगों का दिल जीतना पड़ता है।
करें अपना प्रचार
घर से चलाए जाने वाले इस बिजनेस के प्रचार में पूरा प्रोफेशनलिज्म बरतें। चूंकि आपको पता है कि आपका कस्टमर बेस कहां पर है तो उस इलाके में अपने प्रचार में कोई कसर न छोड़ें। वहां के लोकल अखबार, लोकल चैनल पर विज्ञापन दें। वहां पंफलेट बंटवाएं।
घर से चलाए जाने वाले इस बिजनेस के प्रचार में पूरा प्रोफेशनलिज्म बरतें। चूंकि आपको पता है कि आपका कस्टमर बेस कहां पर है तो उस इलाके में अपने प्रचार में कोई कसर न छोड़ें। वहां के लोकल अखबार, लोकल चैनल पर विज्ञापन दें। वहां पंफलेट बंटवाएं।
कौन बनेगा शेफ
बिजनेस की शुरुआत के पहले दिन से आपको शेफ की जरूरत पड़ेगी। आप खुद भी खाना बना सकते हैं और इसके लिए किसी प्रोफेशनल कुक को हायर भी कर सकते हैं। आप चाहें तो कुछ हाउसवाइव्स मिलकर पार्टनरशिप में भी यह बिजनेस चला सकती हैं। शेफ कोई भी बने, उसके हाथ के खाने की पहले पर्याप्त टेस्टिंग और टैस्टिंग कर लें। जब तक आप खुद उसके बनाए खाने से संतुष्ट न हों, तब तक लोगों को इस फूड बिजनेस में आमंत्रित न करें। ध्यान रखें कि आपका यह बिजनेस खाने के स्वाद पर ही निर्भर है। इसलिए स्वाद से किसी तरह का समझौता स्वीकार न करें। आपके भोजन का स्वाद पूरे इलाके में मशहूर होना चाहिए।
बिजनेस की शुरुआत के पहले दिन से आपको शेफ की जरूरत पड़ेगी। आप खुद भी खाना बना सकते हैं और इसके लिए किसी प्रोफेशनल कुक को हायर भी कर सकते हैं। आप चाहें तो कुछ हाउसवाइव्स मिलकर पार्टनरशिप में भी यह बिजनेस चला सकती हैं। शेफ कोई भी बने, उसके हाथ के खाने की पहले पर्याप्त टेस्टिंग और टैस्टिंग कर लें। जब तक आप खुद उसके बनाए खाने से संतुष्ट न हों, तब तक लोगों को इस फूड बिजनेस में आमंत्रित न करें। ध्यान रखें कि आपका यह बिजनेस खाने के स्वाद पर ही निर्भर है। इसलिए स्वाद से किसी तरह का समझौता स्वीकार न करें। आपके भोजन का स्वाद पूरे इलाके में मशहूर होना चाहिए।
बनाएं वर्किंग मॉडल
फूड डिलीवरी के बिजनेस कई तरह के हो सकते हैं। बिजनेस शुरू करने से पहले आप इसका वर्किंग मॉडल तैयार अच्छी तरह से तैयार कर लें। यह मॉडल तय करेगा कि आप डेली ऑर्डर बेस्ड बिजनेस चलाएंगे या पूरे महीने के टिफिन वाला। इसी मॉडल के तहत आपका किचन तय होगा कि यह घर का ही किचन होगा या अलग से बाहर जगह ली जाएगी। इस मॉडल से आपका काम का तरीका परिभाषित होगा।
फूड डिलीवरी के बिजनेस कई तरह के हो सकते हैं। बिजनेस शुरू करने से पहले आप इसका वर्किंग मॉडल तैयार अच्छी तरह से तैयार कर लें। यह मॉडल तय करेगा कि आप डेली ऑर्डर बेस्ड बिजनेस चलाएंगे या पूरे महीने के टिफिन वाला। इसी मॉडल के तहत आपका किचन तय होगा कि यह घर का ही किचन होगा या अलग से बाहर जगह ली जाएगी। इस मॉडल से आपका काम का तरीका परिभाषित होगा।
पहले खोजें कस्टमर
यह बिजनेस पूरी तरह मांग पर आधारित है। इसे स्थापित करने से पहले आपको अपने लिए कस्टमर बेस तलाशना होगा। यह ऐसा एरिया हो सकता है, जहां बाहर से आए स्टूडेंट्स या वर्किंग प्रोफेशनल बड़ी संख्या में रहते हों। आप ऐसे मकान मालिकों से भी संपर्क कर सकते हैं, जो अपने मकान इन लोगों को किराए पर देते हैं। इसके अलावा इलाके में बहुत से प्रॉपर्टी डीलर होते हैं, जो इन्हें ये मकान दिलवाते हैं, उनसे भी संपर्क करके अपने लिए कस्टमर्स की संभावनाएं पता कर सकते हैं। इस बिजनेस में कस्टमर्स तक पहुंच बनाना बहुत जरूरी है। ग्राहकों से जुडक़र आप अपने बिजनेस का बेस बढ़ा सकते हैं।
यह बिजनेस पूरी तरह मांग पर आधारित है। इसे स्थापित करने से पहले आपको अपने लिए कस्टमर बेस तलाशना होगा। यह ऐसा एरिया हो सकता है, जहां बाहर से आए स्टूडेंट्स या वर्किंग प्रोफेशनल बड़ी संख्या में रहते हों। आप ऐसे मकान मालिकों से भी संपर्क कर सकते हैं, जो अपने मकान इन लोगों को किराए पर देते हैं। इसके अलावा इलाके में बहुत से प्रॉपर्टी डीलर होते हैं, जो इन्हें ये मकान दिलवाते हैं, उनसे भी संपर्क करके अपने लिए कस्टमर्स की संभावनाएं पता कर सकते हैं। इस बिजनेस में कस्टमर्स तक पहुंच बनाना बहुत जरूरी है। ग्राहकों से जुडक़र आप अपने बिजनेस का बेस बढ़ा सकते हैं।
क्वॉलिटी हो फूड में
लोग बाहर के रेस्तरांओं में जाकर भी खा सकते हैं या ऑर्डर करके घर पर भी मंगवा सकते हैं लेकिन वे आपकी सर्विस ले रहे हैं, क्योंकि उन्हें स्वास्थ्यकारी और अच्छा भोजन चाहिए। यही आपकी यूएसपी होनी चाहिए। अपने खाने की गुणवत्ता से समझौता न करें। खाने में बासी या खराब चीजों का इस्तेमाल न करें। एक बार डिलीवर हुआ खराब खाना आपकी छवि को हमेशा के लिए खराब कर देगा। इसलिए क्वॉलिटी पर गौर करें। इससे आपका अपने आप प्रचार होगा।
लोग बाहर के रेस्तरांओं में जाकर भी खा सकते हैं या ऑर्डर करके घर पर भी मंगवा सकते हैं लेकिन वे आपकी सर्विस ले रहे हैं, क्योंकि उन्हें स्वास्थ्यकारी और अच्छा भोजन चाहिए। यही आपकी यूएसपी होनी चाहिए। अपने खाने की गुणवत्ता से समझौता न करें। खाने में बासी या खराब चीजों का इस्तेमाल न करें। एक बार डिलीवर हुआ खराब खाना आपकी छवि को हमेशा के लिए खराब कर देगा। इसलिए क्वॉलिटी पर गौर करें। इससे आपका अपने आप प्रचार होगा।
सुनें शिकायत भी
अगर कोई कस्टमर खाने में घी-तेल या मिर्च ज्यादा होने की शिकायत कर रहा है तो उसकी शिकायत सुनें। इस बिजनेस में माउथ पब्लिसिटी का बड़ा महत्व होता है। इसलिए आप किसी को भी इग्नोर नहीं कर सकते। बहुत से लोगों को कुछ खास चीजों का परहेज बताया जाता है। ऐसे में यदि आप उनकी सेहत का खयाल करते हुए उन्हें भोजन भेजेंगे तो यह आपकी सर्विस की एक और विशेषता बन जाएगा। हालांकि टिफिन सर्विस में खाना एक साथ बनाया जाता है, लेकिन ऐसे केसेज के लिए अलग से खाना बनाकर कुछ अलग चार्ज ले सकते हैं। यह आपकी यूएसपी बन सकता है।
अगर कोई कस्टमर खाने में घी-तेल या मिर्च ज्यादा होने की शिकायत कर रहा है तो उसकी शिकायत सुनें। इस बिजनेस में माउथ पब्लिसिटी का बड़ा महत्व होता है। इसलिए आप किसी को भी इग्नोर नहीं कर सकते। बहुत से लोगों को कुछ खास चीजों का परहेज बताया जाता है। ऐसे में यदि आप उनकी सेहत का खयाल करते हुए उन्हें भोजन भेजेंगे तो यह आपकी सर्विस की एक और विशेषता बन जाएगा। हालांकि टिफिन सर्विस में खाना एक साथ बनाया जाता है, लेकिन ऐसे केसेज के लिए अलग से खाना बनाकर कुछ अलग चार्ज ले सकते हैं। यह आपकी यूएसपी बन सकता है।
रेट रखें वाजिब
चूंकि आप घर में खाना बनाकर दे रहे हैं और रेस्तरां की जगह लोग आपका खाना पसंद कर रहे हंै, इसका यह अर्थ नहीं कि आप रेट मनमाफिक रख सकते हैं। अपने भोजन के चार्जेज रेस्तरांओं की तुलना में कम ही रखें। ये रेट सब्जियों, घी-तेल, गैस, शेफ और डिलीवरी चार्ज आदि को देखकर तय करें। वाजिब रेट पर अच्छा खाना उपलब्ध करवाएंगे तो बिजनेस के तेज गति से बढऩे की संभावना बढ़ेगी। अगर आप शुरुआत में ही रेट ज्यादा रखेंगे तो बिजनेस स्थापित नहीं होगा।
चूंकि आप घर में खाना बनाकर दे रहे हैं और रेस्तरां की जगह लोग आपका खाना पसंद कर रहे हंै, इसका यह अर्थ नहीं कि आप रेट मनमाफिक रख सकते हैं। अपने भोजन के चार्जेज रेस्तरांओं की तुलना में कम ही रखें। ये रेट सब्जियों, घी-तेल, गैस, शेफ और डिलीवरी चार्ज आदि को देखकर तय करें। वाजिब रेट पर अच्छा खाना उपलब्ध करवाएंगे तो बिजनेस के तेज गति से बढऩे की संभावना बढ़ेगी। अगर आप शुरुआत में ही रेट ज्यादा रखेंगे तो बिजनेस स्थापित नहीं होगा।