द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) की कॅरियर काउंसलिंग कमेटी ने स्टूडेंट्स को कॉमर्स के प्रति इंटरेस्ट बढ़ाने और गर्ल्स एजुकेशन को आगे बढ़ाने के लिए दो योजनाएं तैयार की हैं। इंस्टीट्यूट से मिली जानकारी के अनुसार, गर्ल्स को अकाउंटिंग ट्रेनी बनाने के लिए प्रारूप तैयार किया है। इसके तहत हर साल ५० हजार गर्ल्स को अकाउंट्स और जीएसटी की ट्रेनिंग देगा। इस प्रोग्राम के तहत गर्ल्स को २० घंटे की वर्कशॉप ऑर्गेनाइज कर इसके लिए तैयार किया जाएगा।
होगी 15 महीनों की प्रेक्टिकल ट्रेनिंग
प्रोग्राम के तहत 15 महीनों की प्रेक्टिकल नॉलेज भी दी जाएगी। प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के रेशो को बढ़ाने की वजह उनमें वर्क कल्चर को डवलप करना है। 15 महीनों की आर्टिकलशिप के बाद गल्र्स सीए फर्म में आगे भी कंटीन्यू कर सकती है। इस प्रोग्राम में वही हिस्सा ले सकती है, जो ग्रेजुएशन कर रही हैं। वर्कशॉप को कंडक्ट करवाने के लिए इंस्टीट्यूट डिफरेंट कॉलेजों से कॉलब्रेशन करेगा। कमेटी ने इंडिपेंडेंस डे सेलिब्रेशन में इंस्टीट्यूट के कॉन्ट्रिब्यूशन के तहत इस प्रोग्राम को तैयार किया है। इसके तहत रेलवे और सोल्जर के बच्चों का कॉमर्स विजार्ड स्कोर के तहत इंस्टीट्यूट सलेक्शन करेगा। इसके बाद सलेक्टेड स्टूडेंट्स को फीस का आधा खर्चा इंस्टीट्यूट की ओर से वहन किया जाएगा। हर साल देशभर से 75-75 स्टूडेंट्स का सलेक्शन किया जाएगा।
‘इंस्टीट्यूट की ओर से नए सत्र में तैयार की गई योजनाओं का उद्देश्य कॉमर्स एजुकेशन को बढ़ावा देने के साथ गर्ल्स को आगे बढ़ाना है। ’ मुकेश सिंह कुशवाहा आइसीएआइ, कन्वीनर कॅरियर काउंसलिंग ग्रुप