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ग्राम सेवकों ने सरकार के खिलाफ बजाया बिगुल

locationनागौरPublished: Mar 09, 2017 09:59:00 pm

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​babulal tak

अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आन्दोलनरत ग्रामसेवकों ने गुरुवार को पंचायत समिति मुख्यालय पर धरना दिया।


इस दौरान उन्होंने मार्च माह में चरणबद्ध आन्दोलन का भी आह्वान किया। जिसके तहत सरकार की अनेक फ्लैगशिप व महत्वपूर्ण योजनाओं का बहिष्कार
किया जाएगा।
धरने में डीडवाना पंचायत समिति के नीमनारायण गुर्जर, सुशीला, लिखमाराम, संजय ढाका, महेन्द्र, दूलाराम, मोतीसिंह सहित अनेक ग्रामसेवकों ने भाग लिया। इस दौरान ग्रामसेवकों ने मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री, मुख्य सचिव व अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी व विकास अधिकारी को सौंपा।
इस मौके पर ग्रामसेवक संघ द्वारा आन्दोलन की रूपरेखा तय की गई। जिसके तहत गुरुवार को एक दिवसीय धरना दिया जाकर ज्ञापन प्रस्तुत किए गए। जबकि 10 मार्च को प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, विक्रय विलेख (पट्टे) जारी करने के अभियान का बहिष्कार किया जाएगा। 16 मार्च को गत 4 वर्षों से पेंशन परिलाभों से वंचित सेवानिवृत ग्रामसेवकों के परिवारों के भरण-पोषण के लिए जिला मुख्यालय पर सहायता राशि संग्रहण कर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। 18 मार्च को बांसवाड़ा जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रस्तावित उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा तथा सद्बुद्धि यज्ञ किया जाएगा। 23 मार्च को समस्त ग्रामसेवकों द्वारा विधानसभा के समक्ष रैली निकाली जाकर धरना दिया जाएगा।
परबतसर. राजस्थान ग्राम सेवक संघ जयपुर उपशाखा परबतसर ने गुरुवार को सहायक प्रशासनिक अधिकारी चितरंजन सिंह शेखावत को 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते समय ग्राम सेवक विजय भादू, रामदिनेश छीपा, हनुमान खिलेरी, परबतसर पंचायत समिति के ग्राम सेवक उपस्थित थे।
मौलासर. राजस्थान ग्राम सेवक संघ की ओर राज्य में गुरुवार से शुरू किए गए आंदोलन के तहत मौलासर पंचायत समिति के ग्राम सेवकों ने विकास अधिकारी मौलासर को मांगो का ज्ञापन सौंपा तथा कार्य का बहिष्कार करते हुए पंचायत समिति के सामने धरना शुरू किया। ज्ञापन में वेतन विसंगति प्रकरण सहित ग्रामसेवक पदेन सचिवों के रिक्त पदो पर भर्ती के अलावा मांगों के बारे में सरकार से मांग की गई। इस दौरान ग्राम सेवक संघ के सचिव हनुमान, सदस्य राजूराम कुमावत, मो. शहबाज खान, सोहनलाल चाहर सहित काफी संख्या में ग्राम सेवक मौजूद थे।
अपने ही घर से बेघर कर दी गई किरण


मकराना. राजस्थान ग्राम सेवक संघ के प्रदेश कार्यालय के आव्हान पर गुरुवार को मकराना पंचायत समिति क्षेत्र के ग्रामसेवकों ने असहयोग आंदोलन के तहत पंचायत समिति मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग पत्र पर कार्यवाही की मांग की। धरना स्थल पर भैरूराम गोदारा, राजेन्द्र तेजस्वी, अरविंद स्वामी, रतनसिंह, बाबूलाल, सीताराम, मूलचंद शर्मा, राकेश मीणा एवं रमेश राघव सहित घरने में शामिल ग्रामसेवकों ने मांगों को लेकर नारेबाजी की।
मेड़तासिटी ्र. मेड़ता ग्रामसेवक संघ की ओर से गुुरुवार को मांगों को लेकर पंचायत समिति के बाहर एक दिवसीय धरना दिया। इस मौके पर एसडीएम हीरालाल मीणा एवं पंचायत समिति विकास अधिकारी को मुख्यमंत्री एवं पंचायत राज विभाग मंत्री के नाम ज्ञापन पेश कर मांगों का निस्तारण करने की मांग की। ग्रामसेवक संघ अध्यक्ष रामनिवास सेंवर ने कहा कि ग्रामीण जनता के हितार्थ केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सर्वाधिक समर्पित ग्रामसेवक है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से उपेक्षात्मक रवैया रहा है। इस मौके पर मंत्री भंवरलाल सिंघाडिय़ा, बाबूलाल विश्नोई, भींयाराम कमेडिय़ा, छोटाराम ढ़ाका, संतोष मेघवाल, राधेश्याम गहलोत, राधेश्याम जावा, रामनिवास सिंघाडिय़ा, ओमप्रकाश भाटी, राधेश्याम भाकर, अली मोहम्मद, रामनिवास पिंडेल, गिरधारीलाल घांची आदि ने विचार व्यक्त किए।
रियांबड़ी. रियांबड़ी पंचायत समिति के समक्ष गुरुवार को राजस्थान ग्रामसेवक संघ रियांबड़ी उप शाखा द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। इसके बाद एकजुटता दिखाते हुए उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संघ के नव निर्वाचित अध्यक्ष छेलाराम इनाणिया ने कहा कि ग्राम सेवक राज्य सरकार एवं शासन के उपेक्षात्मक रवैए से त्रस्त है। इसी क्रम में पदेन सचिव भवानी सिंह राजपुरोहित ने कहा कि ग्राम सेवक संवर्ग की पांचवे एवं छठे वेतनमान की विसंगति दूर नहीं की गई। शुक्रवार से प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन योजना एवं विक्रय विलेख जारी करने का भी पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। इस धरने प्रदर्शन में निवर्तमान संघ अध्यक्ष बिहारी दास भाटी, पदेन सचिव नौरत मल, ईश्वर दत्त शर्मा, रामवतार गोलिया, जीआर टाक, गंगाराम वर्मा, दुर्गाप्रसाद सेवदा, पूर्व सरपंच रामनिवास टिकेत, अरनियाला सरपंच सहदेव बेड़ा, मेड़ता के पूर्व विधायक रामचंद्र जारोड़ा भी आ पहुंचे। यहां उन्होंने पदेन सचिवों की पीड़ा सुनते हुए आंदोलन को सही ठहराते हुए संघर्ष करने की अपील की।
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