दरअसल, गृह मंत्रालय की ओर से भारत-पाक बार्डर में लगाई जाने वाली जिस फ्लडलाइट्स की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है वो स्पेन और मोरक्को बॉर्डर का है। तो वहीं गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद गृह सचिव ने अधिकारियों से इस संबंध में स्पष्टीकरण की मांग की है। और कहा है कि अगर मंत्रालय से किसी तरह की गलती हुई है तो हम उसके लिए मांफी मांगने के लिए तैयार है। साथ ही इस संबंध में जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
सबसे बड़ी बात गृह मंत्रालय की रिपोर्ट की तरह सोशल मीडिया पर ये तस्वीर काफी वायरल हो रही है। जिसे लेकर मोदी सरकार की सीमा पर की जाने वाली चुस्ती के रुप में बताया जा रहा है। एएलटी न्यूज के मुताबिक ये फोटो मोदी सरकार के कार्यकाल की नहीं बल्कि 2006 की है। जिसे एक स्पैनिश फोटोग्राफर जेवियर मोरयानो ने खींची थी। उन्होंने ये फोटो स्पेन-मोरक्को बॉर्डर की फ्लडलाइट्स को दिखाते हुए ली थी।
सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने इस संबंध में क्चस्स्न से भी सफाई मांगी है। और तस्वीर को लेकर सवाल किए गए हैं। वहीं सरकार की ओर से कहा गया है कि भारत में आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटे 647 किलोमीटर वाली भारत की सीमा पर फ्लडलाइट्स लगाया जा चुका है। जो कि एक साल में पूरा हुआ है।
इसके अलावा गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब, राजस्थान, जम्मू और गुजरात में भारत और पाकिस्तान के बीच कुल 2308 किलोमीटर लंबी सीमा पर घुसपैठ और दूसरे क्रॉस बॉर्डर अपराध रोकने के लिए सरकार ने 2044 किलोमीटर सीमा पर फ्लडलाइट लगाने को मंजूरी दी थी। अब जबकि रिपोर्ट में गड़बड़ी का खुलासा हुआ तो मंत्रालय की किरकीरी हुई। जिसके बाद मंत्रालय ने गृह सचिव को तबल कर जवाब देने को कहा है।