जोधपुर नकली घी को लेकर धीरे-धीरे गढ़ बन रहा है। मिलावटखोरों को ये बात अच्छी तरह पता हैं कि जोधपुर में सर्वाधिक घी की खपत होती है। यहां मिष्ठानों और घरों में खूब घी का प्रयोग होता है। इस कारण यहां दबाकर नकली घी लाकर बेचा जाता है। इसके बाद सर्वाधिक मसालों में मिलावट आ रही है। 75 नमूनों में पाई गई मिलावट दूध निर्मित आइटम, घी, मसालों में ज्यादातर पाई जा रही है। कई मिलावटखोर अभी तक विभाग के हत्थे नहीं चढ़े है।
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की समीक्षा बैठक गुरुवार को अपर जिला कलक्टर प्रथम एमएल नेहरा की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आयोजित हुई। अभियान के संयोजक एवं अपर जिला मजिस्ट्रेट शहर रामचन्द्र गरवा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस अभियान को अग्रिम आदेश तक निरन्तर जारी रखने के निर्देश दिए गए है। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मण्डा ने बताया कि अभियान के तहत विभाग द्वारा 26 अक्टूबर से अब तक 114 खाद्य पदार्थो के नमूने लिए गए जो लेबोरोट्री जांच के दौरान 14 सब-स्टेण्डर्ड, 8 मिसब्राण्ड तथा 10 अनसेफ पाए गए। 20 खाद्य पदार्थो की जांच आना अभी शेष है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान 1100 लीटर अॅायल, 828 किलो हल्टी पाउडर, 5052 लाल मिर्च पाउडर, 1309 किलो धनिया पाउडर एवं 12 किलो सौंफ जब्त किए गए तथा 910 किलो मावा, 500 लीटर दूध, 500 ग्राम घी, 16 बोतल 750 एम एल शर्बत तथा 10 किलो मीठा मावा नष्ट करवाए गए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त भागचन्द मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील पंवार, जिला रसद अधिकारी राधेश्याम डेलू, खाद्य अधिकारी रजनीश शर्मा के साथ अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
– रजनीश शर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग