देचू के कोरोना पॉजीटिव व्यक्ति के सम्पर्क में होने पर बालेसर चिकित्सा विभाग की टीम ने 14 मई को इस परिवार के चार सदस्यों के सैम्पल लिए थे। चार में से तीन सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। परिवार का चैनसिंह चेन्नई से आया था और उसके अन्य परिजन गांव में ही रह रहे थे। लेकिन चैन सिंह के संपर्क में आने के कारण अन्य दो सदस्य भी संक्रमण की चपेट में आ गए। मेडिकल टीम और प्रशासन ने गांव में पहुंच कर कार्रवाई शुरू की है। प्रशासन ने पूरे तोलेसर पुरोहितान गांव को सीज कर प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया है। पूरे गांव की रेंडम सैम्पलिंग होने के निर्देश दिए गए हैं।
लूणाकलां पहुंचा कोरोना, दो भाई संक्रमित
जैसलमेर/पोकरण. कोरोना वायरस संक्रमण भारत-पाक सीमा के सरहदी जिले के पोकरण में आने के बाद अब क्षेत्र के लूणाकलां गांव तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को इस गांव में दो भाई संक्रमित मिले हैं। गौरतलब है कि अप्रेल माह में पोकरण में कोरोना वायरस संक्रमण मके 35 पॉजिटिव मिले थे। यहां तब से कफ्र्यू जारी है। गत दिनों एक एएनएम व उसका रिश्तेदार फलसूण्ड में पॉजिटिव मिलने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से बाहरी जिलोंं व राज्यों से आए लोगों के नमूने लिए गए। इन नमूनों में शामिल लूणाकल्लां के दो सगे भाइयों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों को शुक्रवार को ही जोधपुर के एमडीएम अस्पाल में ले जाकर भर्ती करवाया ।
जैसलमेर/पोकरण. कोरोना वायरस संक्रमण भारत-पाक सीमा के सरहदी जिले के पोकरण में आने के बाद अब क्षेत्र के लूणाकलां गांव तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को इस गांव में दो भाई संक्रमित मिले हैं। गौरतलब है कि अप्रेल माह में पोकरण में कोरोना वायरस संक्रमण मके 35 पॉजिटिव मिले थे। यहां तब से कफ्र्यू जारी है। गत दिनों एक एएनएम व उसका रिश्तेदार फलसूण्ड में पॉजिटिव मिलने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से बाहरी जिलोंं व राज्यों से आए लोगों के नमूने लिए गए। इन नमूनों में शामिल लूणाकल्लां के दो सगे भाइयों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों को शुक्रवार को ही जोधपुर के एमडीएम अस्पाल में ले जाकर भर्ती करवाया ।
मुंबई में मजदूरी करते थे दोनों भाई
दोनों भाई बोरीवली मुंबई में मजदूरी करते थे। ये भी वहां मजदूरी कर रहे जिले के अन्य लोगों के साथ अपने गांव आए थे। यहां आने के बाद उन्होंने कोरोना संक्रमण की आशंका होने पर घर में प्रवेश नहीं किया। उन्होंने घर के पास स्थित झोंपे में ही रहना शुरू किया। प्रशासन को समय पर सूचना दी गई तथा चिकित्सा विभाग की ओर से उनके नमूने भी लिए गए। शुक्रवार को जांच रिपोर्ट आने तक उन्होंने ग्रामीणों व परिवारजनों से संपर्क भी नहीं किया। ऐसे में उनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री गांव में नहीं मिल रही है।
दोनों भाई बोरीवली मुंबई में मजदूरी करते थे। ये भी वहां मजदूरी कर रहे जिले के अन्य लोगों के साथ अपने गांव आए थे। यहां आने के बाद उन्होंने कोरोना संक्रमण की आशंका होने पर घर में प्रवेश नहीं किया। उन्होंने घर के पास स्थित झोंपे में ही रहना शुरू किया। प्रशासन को समय पर सूचना दी गई तथा चिकित्सा विभाग की ओर से उनके नमूने भी लिए गए। शुक्रवार को जांच रिपोर्ट आने तक उन्होंने ग्रामीणों व परिवारजनों से संपर्क भी नहीं किया। ऐसे में उनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री गांव में नहीं मिल रही है।