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यह फिर क्या बोल गया आसाराम, पेशी पर आते ही दिया धमाके दार बयान..

locationजोधपुरPublished: Sep 15, 2017 03:57:28 pm

Submitted by:

mahesh ojha

अनुसूचित जाति जनजाति के विशिष्ट न्यायालय के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा की अदालत में गुरुवार को नाबालिग लड़की के यौन दुराचार के आरोपी आसाराम पेश किया..

जोधपुर. अनुसूचित जाति जनजाति के विशिष्ट न्यायालय के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा की अदालत में गुरुवार को नाबालिग लड़की के यौन दुराचार के आरोपी आसाराम को दोपहर ढाई बजे पेश किया गया। न्यायालय में आसाराम के वकीलों के द्वारा जम्मू-कश्मीर के नोवाबाद जिले के पुलिस अधिकारी अंग्रेज सिंह के बयान दर्ज करवाए गए। इससे पहले कोर्ट में प्रवेश करते समय आसाराम ने मीडिया के सवाल पर विवादित जवाब दे दिया। न्यायालय की सीढिय़ां चढ़ते आसाराम से पूछा गया कि आप संत की श्रेणी में आते हैं या कथावाचक की। इस पर आसाराम ने मीडिया से मुखातिब होकर कहा- ‘गधों की श्रेणी मेंÓ।
नोवाबाद जिले में आसाराम के समर्थक द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया था कि जोधपुर में कुछ लोग आसाराम से रुपए एेंठने के लिए ब्लैकमेल कर रहे हैं तथा झूठे मुकदमे में फंसा रहे हैं। इसमें अनुसंधान अधिकारी एसआई अंग्रेज सिंह था। अगली सुनवाई 22 सितम्बर को होगी। उस दिन बचाव पक्ष के एक अन्य गवाह सुरेशकुमार के बयान दर्ज होने की संभावना है।
आसाराम हमेशा अपने अजीबोगरीब बयानबाजी के लिए सुर्खियों में रहे हैं। देश में कोई भी समसामयिक मुद्दा रहा हो, आसाराम की उस पर टिप्पणी जरूर हुआ करती थी, लेकिन पिछले कुछ समय से आसाराम ने चुप्पी साध रखी थी। ये चुप्पी गुरुवार को उस समय टूट गई जब एक मीडियाकर्मी ने उनसे कुछ एेसा पूछ लिया, जो उन्हें शायद नागवार गुजरा। पढ़ें क्या मीडियाकर्मी ने आसाराम से…

जोधपुर कोर्ट..

समय- २.३२ पीएम

मीडिया के पत्रकार ने सवाल किया-

मीडियाकर्मी: वे संतों की श्रेणी में है या कथा वाचकों की श्रेणी में।

आसाराम ने तपाक से कहा -: गधों की श्रेणी में हूं।

इस वक्त आसाराम एससीएसटी कोर्ट के पीठासीन अधिकारी के समक्ष खड़ा है। गवाह अंग्रेज सिंह नहीं आया है। जिसके बयान हो चुके हैं, लेकिन जिरह बाकी है। आसाराम को फिलहाल राहत नहींनाबालिग छात्रा के यौन उत्पीडऩ मामले में चार साल से न्यायिक हिरासत में रहते जेल व अदालतों के चक्कर काट रहे आसाराम को फिलहाल कहीं भी राहत दिखाई नहीं दे रही। आसाराम की ओर से बुधवार को हाईकोर्ट में दायर विविध अपराधिक याचिका की सुनवाई एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई। निचली अदालत में बचाव पक्ष के अंग्रेज सिंह की गवाही तो हो चुकी, लेकिन उससे जिरह बाकी है। किसान आंदोलन की वजह से रास्ते बंद होने के कारण अंग्रेज सिंह जोधपुर नहीं पहुंच सका।
हाईकोर्ट में आसाराम के अधिवक्ता एनके बोहरा व गोकुलेश बोहरा की ओर से सीआरपीसी की धारा 482 के तहत विविध अपराधिक याचिका दायर की हुई है। इसमें पिछली सुनवाई में नोटिस जारी कर दिए गए थे, लेकिन इसमें सरकार की ओर से जवाब आना है। याचिका निचली अदालत में अभियोजन पक्ष की ओर से दायर उस मामले को चुनौती देते हुए दायर की गई थी। जिसमें आईटी एक्ट की धराओं 353, 355, 384, 117, 189 व 120 बी व 66 ए आईटी एक्ट के तहत दायर किया गया था। महानगर मजिस्ट्रेट ने आईटी एक्ट के तहत दायर धाराओं को निरस्त कर शेष धाराओं के तहत मामले की सुनवाई जारी रखने के आदेश दिए थे। इसी को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई।

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