ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी के अनुसार फलोदी में पंजाबी ढाबे के नौकर रावलसिंह भाटी से बारह हजार रुपए लेने के मामले में गिरफ्तार आबकारी थाने के कांस्टेबल श्रवणकुमार बिश्नोई की बैरिक की तलाशी लेने पर 6.32 लाख रुपए, डोडा पोस्त व स्मैक और पीओ के कब्जे से ढाबे की मिक्सी बरामद की गई थी। मादक पदार्थ व मिक्सी ढाबे पर मिली थी, लेकिन दोनों ने एफआइआर दर्ज न कर मामला रफा-दफा करने के लिए रिश्वत ले ली।
यही मादक पदार्थ थाने में कांस्टेबल की बैरिक से बरामद हुए तो नौकर की बजाय कांस्टेबल एनडीपीएस एक्ट का आरोपी बन गया। डोडा पोस्त पीसने में प्रयुक्त मिक्सी पीओ के कब्जे में थी, इसलिए एनडीपीएस एक्ट के मामले में उसकी भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपी पीओ लक्ष्मणसिंह व कांस्टेबल श्रवण कुमार बिश्नोई को देर शाम मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से दोनों को पांच-पांच दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए।
गौरतलब है कि आबकारी थाना फलोदी के पीओ ने गत 3 अक्टूबर को पंजाबी ढाबे पर तलाशी लेकर एक किलो डोडा पोस्त व मिक्सी कब्जे में ली थी। मामला रफा-दफा करने की एवज में आरोपियों ने पचास हजार रुपए मांगे थे। बाद में पन्द्रह हजार रुपए लेना तय हुआ था। गोपनीय सत्यापन के दौरान तीन हजार रुपए ले लिए गए थे। शेष बारह हजार रुपए रिश्वत लेते एसीबी ने सफेद कार में सवार कांस्टेबल बश्नोई को गिरफ्तार किया था। ब्यूरो को देख उसने रिश्वत की राशि सडक़ पर फेंक दी थी। इसके बाद पीओ को भी थाने में गिरफ्तार किया गया था।
माह की शुरुआत में 6.32 लाख बरामद होने से संदेह
कांस्टेबल की बैरिक से 6.32 लाख और पीओ की जामा तलाशी में 14 हजार, 430 रुपए बरामद हुए थे। माह की शुरूआत में इतनी बड़ी राशि थाने के किसी रिकॉर्ड में नहीं थी। माना जा रहा है कि यह राशि फलोदी व आस-पास के क्षेत्र में शराब बेचने वालों से वसूली गई मासिक बंधी की हो सकती है।
कोड वर्ड से दर्ज है हिसाब
बैरिक से बरामद हिसाब की पर्चियों और डायरियों में कोड वर्ड में हिसाब लिखा है। इस बारे में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। वे गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
पांच-पांच दिन रिमाण्ड पर आरोपी
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी ने आरोपी पीओ लक्ष्मणसिंह व कांस्टेबल श्रवण कुमार बिश्नोई को देर शाम मजिस्ट्रेट के समक्ष आवास पर पेश किया, जहां से दोनों को पांच-पांच दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। आरोपियों से डायरी व पर्चियों में लिखित हिसाब और जब्त राशि के संबंध में पूछताछ की जा रही है।