पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नागौर जिले में गोटन कस्बे से दो मरीज लेकर 108 एम्बुलेंस दोपहर में जोधपुर आ रही थी बनाड़ गांव में चौराहे के पास व पुलिस स्टेशन के सामने पहुंचने पर एम्बुलेंस अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर फांदकर गलत साइड में जाकर पलट गई उसमें सवार दो मरीज व चालक गंभीर घायल हो गए आसपास के लोगों व पुलिस ने तीनों को बाहर निकाला और मथुरादास माथुर अस्पताल भिजवाया जहां एक मरीज की मौत हो गई जबकि चालक व दूसरे मरीज का इलाज चल रहा है फिलहाल मृतक व घायलों केे नाम पते नहीं मिल पाए हैं।
सर्दी के साथ ही शादियों का सीजन शुरू होते ही शहर में मोटरसाइकिल सवार लुटेरे सक्रिय हो गए हैं। पुलिस कमिश्नर व जिला कलक्टर बंगले के बीच मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने एक महिला का पर्स लूट लिया। वहीं, आखलिया चौराहे के पास एक बार फिर लुटेरे महिला का पर्स छीन कर भाग निकले। शहर में पिछले चार दिन में पर्स लूट की पांच वारदातें हो चुकी हैं।
प्रतापनगर थाना पुलिस ने बताया कि शहर के भीतर वीर मोहल्ला में लढ्ढों की गली निवासी मंजू पुरोहित पत्नी कृपाकिशन गुरुवार को चौपासनी में फन वल्र्ड के पास रहने वाले अपने भाई से मिलने गई थी। रात को वह मोपेड पर घर लौट रही थी। उसके हाथ में बैग लटक रहा था। आखलिया चौराहे के पास पहुंचने पर मोटरसाइकिल सवार दो युवक पीछे से आए और उसके हाथ से बैग छीन कर भाग निकले। झपट्टा मारने से महिला नीचे गिर गई और उसकी हल्की चोटें भी आईं। उसके बैग में ५० हजार रुपए, आधार व एटीएम कार्ड व अन्य दस्तावेज थे। महिला ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद शहर में नाकाबंदी करवाई गई, लेकिन लुटेरों का पता नहीं लग पाया।
तीसरे दिन दर्ज की एफआईआर उधर, पावटा में लक्ष्मीनगर निवासी त्रिभुवन बोहरा व उसकी पत्नी पिंकी गत बुधवार रात शादी समारोह में भाग लेने के बाद बुलेट पर घर लौट रहे थे। पुलिस कमिश्नर व जिला कलक्टर बंगले के बीच पहुंचने पर पीछे से मोटरसाइकिल पर दो युवक उनके पास आए और बुलेट के पीछे बैठी महिला के हाथ से पर्स लूट कर भाग निकले। जिसमें दो मोबाइल व पांच सौ-सात सौ रुपए थे। दम्पती ने लुटेरों का पीछा भी किया, लेकिन वे पकड़ में नहीं आए। दोनों नजदीक स्थित थाने पहुंचे और शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि पीडि़त के शिकायत मिलते ही मामला दर्ज किया गया है। जबकि पीडि़त पक्ष का आरोप है कि वारदात के बाद थाने में दो-तीन घंटे तक बैठाए रखने के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।