परीक्षार्थियों के लिए निजी बस संचालकों की शरण में प्रशासन
– रीट परीक्षा में जिले में एक लाख से अधिक अभ्यर्थी होंगे शामिल- करीब एक हजार संसाधन जुटाने में लगा परिवहन विभाग- निजी बस संचालकों से किया आग्रह – दो दिन के लिए सभी बसें रोड पर उतारें
परीक्षार्थियों के लिए निजी बस संचालकों की शरण में प्रशासन
जोधपुर।
राज्यभर में 26 सितम्बर को रीट की परीक्षा होने जा रही है। जोधपुर में एक लाख से अधिक परीक्षार्थियों के पहुंचने की संभावना है। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने से परिवहन विभाग ने निजी बस संचालकों से दो दिन के लिए सभी बसें सड़कों पर उतारे का आग्रह किया है। अकेले जोधपुर जिले में एक से सवा लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा जोधपुर से होकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की अन्य जिलों में आवाजाही रहेगी।ऐसे में अभ्यर्थियों के आने-जाने के लिए बड़ी संख्या में बसों की आवश्यकता रहेगी। रोडवेज के पास मौजूद बसों में अभ्यर्थियों के लिए नि:शुल्क यात्रा की गई है। ऐसे में रोडवेज बसें पर्याप्त रहने की संभावना कम है। इसलिए परिवहन विभाग ने सभी निजी बस संचालकों से दो दिन के लिए सभी बसों को परिवहन के लिए उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
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1 हजार संसाधन जुटाने में लगा आरटीओ
अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए आरटीओ करीब 1 हजार संसाधन जुटाने में लग गया है। इसमें ऑल इंडिया परमिट, स्टेट कैरिज, सिटी बसें, तुफान आदि संसाधन संचालकों को पाबंद किया है। वहीं, आरटीओ स्कूल बसों को भी जोडऩे के प्रयास कर रहा है।
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रोडवेज के पास संसाधन नहीं
रोडवेज के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। रोडवेज के पास करीब 110 बसें है, जो रीट अभ्यर्थियों की संभावित संख्या को देखते हुए बहुत कम होगी।
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रीट परीक्षा में आने वाले अभ्यर्थियों को परेशानी न हो, इसलिए संसाधनों को जुटाने का पूरा प्रयास कर रहे है। अभ्यर्थियों की यात्रा में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। निजी बसें, सिटी बसें, तुफान आदि के साथ स्कूल बस संचालकों से भी संपर्क कर रहे है।
गणपत पुनड़, जिला परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन)