——————————– खिलाडि़यों के साथ जा सकेंगे प्रशिक्षण कोचों के नहीं होने के कारण अंतर महाविद्यालय, अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में भाग लेने जाने वाली टीमों के संबंधित खेलों के प्रशिक्षकों की जगह बाबू व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को जाना पड़ता है। जेएनवीयू स्पोर्ट्स बोर्ड के डायरेक्टर प्रो बीएल दायमा ने बताया कि अब आगामी खेलकूद प्रतियोगिताओं में खिलाडि़यों के साथ प्रशिक्षक जा सकेंगे। वहीं राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हापूराम चौधरी का कहना है कि बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा व कोचों की कमी दूर होगी।
—– जेएनवीयू में कोच नहीं पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े विश्वविद्यालय जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स बोर्ड में शिक्षक-प्रशिक्षकों के पद रिक्त है। स्पोर्ट्स बोर्ड मात्र 2 डायरेक्टर के भरोसे है। यहां एमपीएड अंशकालीन शिक्षकों के भरोसे चल रहा है। वहीं, जेएनवीयू के अधीन कॉलेजों में प्रशिक्षकों की संख्या भी नगण्य है।
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