--------- छात्रावास व प्रशासनिक कार्यालय के मिले 55-55 लाख रुपए पाली में बनने वाले कृषि विज्ञान केन्द्र के लिए कुल 256.50 लाख व जालोर में बनने वाले कृषि विज्ञान केन्द्र के लिए भी 256.50 लाख रुपए में से दोनों केन्द्रों के लिए पहली किश्त 55-55 लाख रुपए मिल चुके है। पहले छात्रावास व प्रशासनिक कार्यालय भवनों का निर्माण कराया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से दोनों केन्द्रों के लिए 36 हैक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। जालोर जिले के बामनवाड़ा गांव में 16 हैक्टेयर व पाली जिले के रायपुर में 20 हैक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। वर्ष 2016 से भूमि आवंटन के अभाव में इन नवीन कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना नहीं हो पा रही थी।
--- क्षेत्र के हजारों किसान व विद्यार्थियों को होगा फायदा इन केन्द्रों पर प्रशासनिक भवन, किसान छात्रावास, प्रदर्शनी इकाइयों व आवासीय परिसर का निर्माण किया जाएगा। यह केन्द्र किसानों व कृषि उद्यमियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होंगे। इन केन्द्रों पर किसानों को नवाचारों को अपनाने, युवाओं को प्रशिक्षित कर उनमें कौशल विकास कर रोजगार स्वावलम्बी बनाने व महिलाओं को विभिन्न लघु उद्योगों, सहकारिता के आधार पर महिला समूहों के माध्यम से आजीविका वृद्वि के अवसर मिलेंगे।
--- शैक्षणिक-अशैक्षणिक पद स्वीकृत विश्वविद्यालय को प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना के लिए 16 पद स्वीकृत किए गए है। जिनमें 7 शैक्षणिक व 9 विभिन्न श्रेणी के अशैक्षणिक पद होंगे। शैक्षणिक पद
1- वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष 6- विषय विशेषज्ञ --- अशैक्षणिक पद 1- फर्म मैनेजर 1- कार्यक्रम सहायक (कम्प्यूटर) 1- कार्यक्रम सहायक (लैब तकनीशियन) 1- सहायक 1- आशुलिपिक ग्रेड तृतीय
2- वाहन चालक 2- सहायक कर्मचारी ----- राज्य सरकार की ओर से विभिन्न पदों को भरने की स्वीकृति मिलने के बाद अब जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रो बीआर चौधरी, कुलपति
कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर -----