प्रदेश में जोधपुर, जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, बीकानेर, किशनगढ़ और कोटा में एयरपोर्ट है। इनमें से अधिकांश शहरों से देश के मेट्रो सिटी के मध्य कई उड़ानें संचालित हो रही है लेकिन इन शहरों के मध्य लगभग एक भी उड़ान नहंीं है। वर्तमान में जयपुर से उदयपुर के बीच में जरुर एक फ्लाइट संचालित हो रही है। शेष शहरों की यात्रा रेल व सडक़ मार्ग से ही करनी पड़ती है।
कनेक्टिंग फ्लाइट लेते हैं कई यात्री
कुछ यात्री इन शहरों में आने जाने के लिए बड़े शहरों से कनेक्टिंग फ्लाइट लेते हैं, जिसके चलते समय और पैसा दोनों अतिरिक्त खर्च होते हैं। दिल्ली से मुंबई की यात्रा का किराया कम है जबकि दिल्ली-मुंबई से जोधपुर का अधिक है।
कुछ यात्री इन शहरों में आने जाने के लिए बड़े शहरों से कनेक्टिंग फ्लाइट लेते हैं, जिसके चलते समय और पैसा दोनों अतिरिक्त खर्च होते हैं। दिल्ली से मुंबई की यात्रा का किराया कम है जबकि दिल्ली-मुंबई से जोधपुर का अधिक है।
एयरलाइंस कंपनियां तैयार नहीं
चार साल में कुछ शहरों के लिए शेड्यूल में फ्लाइट शामिल की गई लेकिन उसने उड़ान नहीं भरी। इसका मुख्य कारण एयरलाइंस कंपनियों की अरूचि है। वह मुनाफे के चक्कर में बड़े शहरों के लिए ज्यादा फ्लाइट्स संचालित कर रही है।
चार साल में कुछ शहरों के लिए शेड्यूल में फ्लाइट शामिल की गई लेकिन उसने उड़ान नहीं भरी। इसका मुख्य कारण एयरलाइंस कंपनियों की अरूचि है। वह मुनाफे के चक्कर में बड़े शहरों के लिए ज्यादा फ्लाइट्स संचालित कर रही है।
इंटरसिटी फ्लाइट नहीं होने से ये दिक्कतें
- विदेशी पर्यटक, व्यापारी, राजनेता व अधिकारी समय बचाने के लिए जयपुर, उदयपुर, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर फ्लाइट से आते जाते थे।
- जैसलमेर आने वाले विदेश पर्यटक कई बार सीधा दिल्ली से ही फ्लाइट से आते हैं।
- प्रदेश के शहरों में शूटिंग करने के लिए फिल्म निर्माण कम्पनियां अपना चार्टर्ड प्लेन साथ रखती है ताकि एक से दूसरे शहर आने जाने में परेशानी नहीं हो।
- जोधपुर में एम्स आने के लिए मरीजों को सडक़ मार्ग से आना पड़ता है।
- विदेशी पर्यटक, व्यापारी, राजनेता व अधिकारी समय बचाने के लिए जयपुर, उदयपुर, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर फ्लाइट से आते जाते थे।
- जैसलमेर आने वाले विदेश पर्यटक कई बार सीधा दिल्ली से ही फ्लाइट से आते हैं।
- प्रदेश के शहरों में शूटिंग करने के लिए फिल्म निर्माण कम्पनियां अपना चार्टर्ड प्लेन साथ रखती है ताकि एक से दूसरे शहर आने जाने में परेशानी नहीं हो।
- जोधपुर में एम्स आने के लिए मरीजों को सडक़ मार्ग से आना पड़ता है।