script10 अगस्त तक रहेगा अंगारक योग…जानिए क्या होगा देश दुनिया पर असर | Angarak Yoga will be there till August 10 know what will be the effect | Patrika News

10 अगस्त तक रहेगा अंगारक योग…जानिए क्या होगा देश दुनिया पर असर

locationजोधपुरPublished: Jun 30, 2022 12:07:23 pm

Submitted by:

Nandkishor Sharma

 
1985 के बाद मंगल-राहु की युति से बना अंगारक योग

10 अगस्त तक रहेगा अंगारक योग...जानिए क्या होगा देश दुनिया पर असर

10 अगस्त तक रहेगा अंगारक योग…जानिए क्या होगा देश दुनिया पर असर

जोधपुर. वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर माह कोई न कोई ग्रह राशि बदलकर दूसरी राशि में भ्रमण करते हैं। जब भी ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है तब इसका प्रभाव सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है। जून के माह में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन हो चुका है। ग्रहों के सेनापति मंगल देव 27 जून को अपनी ही राशि मेष में गोचर कर चुके है। मेष राशि में राहु ग्रह पहले से ही विराजमान हैं। ऐसे में मंगल और राहु की युति अंगारक योग का निर्माण करती है। वैदिक ज्योतिष में इस अंगारक योग को शुभ नहीं माना जाता है। अंगारक योग के दौरान कई तरह परेशानियां और विपत्तियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष में मंगल ग्रह को अग्नि तत्व का कारक माना गया है जबकि राहु ग्रह को अशुभ ग्रह माना गया है। यह योग बुधवार 10 अगस्त रात्रि 9:08 पर मंगल के वृषभ राशि में प्रवेश करने के साथ समाप्त होगा।
विवाद बढ़ते है अंगारक योग से

मंगल का राशि परिवर्तन से विवाद बढ़ने के योग हैं। खासतौर से मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वालों को संभलकर रहना होगा। इन राशियों के लोगों को बेवजह गुस्सा आएगा। जिससे विवाद की स्थितियां भी बनेंगी। इन राशियों के लोगों को इसलिए संभलकर रहना होगा क्योंकि मेष राशि में मंगल के आने से 37 साल बाद फिर से अंगारक योग बनेगा। जिससे लड़ाई, झगड़े, धन हानि, कर्जा, चोट और दुर्घटनाएं होने की आशंका है। इस अशुभ योग का असर सभी राशियों के साथ देश-दुनिया पर भी पड़ेगा। अंगारक योग के दुष्प्रभाव देश दुनिया पर पड़ेंगे। सैन्य कार्रवाई देखने को मिलेगी, उत्पादन पर भी असर पड़ेगा।
अंगारक योग 10 अगस्त तक रहेगा

मंगल अपनी ही राशि यानी मेष में प्रवेश किया जहां पहले से ही पाप ग्रह राहु बैठा हुआ है। इन दोनों ग्रहों की युति होने से मेष राशि में अंगारक योग बन जाएगा। जो कि 10 अगस्त तक रहेगा। इससे पहले मार्च 1985 में ऐसा हुआ था जब मेष राशि में मंगल और राहु की युति बनी थी। मंगल को सभी ग्रहों के सेनापति होने का दर्जा मिला है। मंगल, मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। ये ग्रह अभी खुद की ही राशि में है। जिससे इसका शुभ-अशुभ फल और बढ़ जाएगा। वहीं, राहु को पाप ग्रह माना जाता है। जो कि मंगल के साथ मिलकर पागल हाथी की तरह फल देता है। यानी ऐसी स्थिति बनेगी कि कई लोग इस अशुभ योग के कारण दूसरों के साथ खुद का भी नुकसान कर लेंगे।
प्राकृतिक आपदा की आशंका
अंगारक योग बनने से कर्जा, खर्चा, बीमारी, धन हानि और विवाद बढ़ते हैं। इसलिए सभी राशियों के लोगों को इन मामलों में संभलकर रहने की जरूरत है। इस अशुभ योग की वजह से प्राकृतिक आपदाएं आने की भी आशंका बन रही है। इनमें खासतौर से भूकंप, बिजली गिरना, आगजनी, लैंड स्लाइड, सड़क, पुल धंसने और बाढ़ आने के योग बनेंगे। वहीं देश में दंगे हो सकते हैं। कई जगहों पर उपद्रव और विरोध प्रदर्शन भी होगा। अंगारक योग बनने से हिंसक घटनाओं, आतंकी गतिविधियों, राजनीतिक-उठापटक तथा बड़ी दुर्घटनों से जन-धन की हानि का ज्योतिषीय संकेत मिल रहे हैं। मंगल और राहु की यह युति इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि वक्री होकर शनि कुंभ राशि में गोचर करते हुए अपनी तीसरी दृष्टि से देखकर इसे ओर अधिक अशुभ बना रहे होंगे।
मंगल गोचर का राशियों पर प्रभाव

मेष: पराक्रम में वृद्धि के साथ सम्मान बढ़ेगा।
वृषभ: शत्रुओं से रहें सावधान
मिथुन: यश और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कर्क: कार्यक्षेत्र में होगी उन्नति।
सिंह: धार्मिक यात्रा के बनेंगे योग।
कन्या: व्यर्थ के विवादों से बचें।
तुला: व्यापार क्षेत्र से होगा बड़ा लाभ।
वृश्चिक: शत्रु पर मिलेगी। विजय शुभ समय का होगा आरंभ।
धनु: अचानक धन लाभ के बनेंगे योग।
मकर: स्वास्थ्य का रखें ध्यान।
कुंभ: स्थान परिवर्तन के बन रहे हैं योग।
मीन : खर्चों की रहेगी अधिकता।
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