अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसीबी जयपुर-चतुर्थ) चंचल मिश्रा के अनुसार पुलिस निरीक्षक संजय बोथरा के खिलाफ गत १७ जून को आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की एफआइआर दर्ज की गई। इसमें पत्नी अंजली पर आरोप हैं। मामले की जांच की जा रही है। राज्य भर से बोथरा दम्पती से जुड़ी सम्पत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही है।
सर्च वारंट लेकर अल-सुबह सात ठिकानों पर दबिश आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज होने के बाद ब्यूरो ने सात टीमें गठित की और कोर्ट से सात सर्च वारंट लिए। फिर बुधवार को जोधपुर के बोरानाडा के पास जैन एनक्लेव, जयपुर में सिविल लाइंस, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर और पीलीबंगा स्थित मकान व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर दबिश देकर जांच की गई। हनुमानगढ़ के हाउसिंग बोर्ड व जोधपुर के जैन एनक्लेव में किराए का मकान बंद मिला। दो-दो स्वतंत्र गवाहों के समक्ष तालों पर सील लगाकर नोटिस चस्पा किए गए। अन्य जगहों पर एसीबी ने दिनभर तलाशी ली। इन ठिकानों से जब्त दस्तावेज व अन्य सामान का आकलन किया जा रहा है।
लाइन में ड्यूटी ऑफिस से रिकॉर्ड जांचे एसीबी के एएसपी नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि सीआइ बोथरा अभी लाइन हाजिर हैं। बीस हजार रुपए रिश्वत लेने के मामले में थानेदार के रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद सीआइ बोथरा छह दिन तक गायब रहा। इसके बाद पेश हुआ और और दो-तीन दिन बाद फिर से मेडिकल लीव पर चला गया। एेसे में लाइन में आरआइ कार्यालय परिसर में बोथरा के ड्यूटी ऑफिस की जांच कर ड्यूटी पर आने व जाने के समय और अन्य कार्य जानकारी व दस्तावेज लिए गए।
करोड़ों की सम्पत्ति जुटाने का अंदेशा एसीबी ने गत १० मई को बजरी डंपर मालिक से बीस हजार रुपए रिश्वत लेते एसआइ गजेन्द्रसिंह को रंगे हाथों पकड़ा था। जांच में पूर्व थानाधिकारी संजय बोथरा की भूमिका भी सामने आई थी। इसके बाद एसीबी ने बोथरा की सम्पत्तियों की जांच शुरू की जिसमें करोड़ों की सम्पत्ति होने का पता लगा है। जिसके तहत ही एक और एफआइआर दर्ज की गई है।
४१ दिन से मुंशी फरार, बोथरा ने १५ दिन छुट्टी बढ़ाई रिश्वत व मासिक बंधी के मामले में हेड कांस्टेबल (मुंशी) तेजाराम मेघवाल भी दस मई यानि ४१ दिन से फरार है। एसीबी कोर्ट उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर चुकी है। गत सोमवार को उसे निलम्बित कर दिया गया था। पुलिस निरीक्षक बोथरा गत तीन मई को पन्द्रह दिन की मेडिकल लीव पर गए थे। यह अवधि पूरी होने पर उन्हें मंगलवार को लाइन में आमद करानी थी, लेकिन उसने १५ दिन की छुट्टियां और बढ़ाने की सूचना भेज दी। एेसे में उन्हें फिर से रवानगी दे दी गई।
गुवाहाटी में थी लोकेशन बोथरा ने हाईकोर्ट में रिश्वत वाली एफआइआर निरस्त करने की याचिका लगाई थी, लेकिन बोथरा को कोई राहत नहीं मिली। न्यायाधीश ने एसीबी को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा है। एसीबी के उप महानिरीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि रिश्वत मामले में बोथरा व हेड कांस्टेबल की तलाश की जा रही है। कुछ समय पहले बोथरा के गुवाहाटी में होने का पता लगा था।
दो गोल्ड शोरूम में पत्नी साझेदार
श्रीगंगानगर व बीकानेर में नामचीन कम्पनी के दो गोल्ड शोरूम में पत्नी अंजली की साझेदारी है। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में पत्नी के नाम दो मकान हैं। असम के संबलपुर में श्याम मोटर्स में पत्नी के नाम की साझेदारी होने का पता लगा है। इसके अलावा पति-पत्नी के नाम चार-पांच बैंक खाते भी हैं। जिन्हें सीज करवा दिया गया है। लॉकर का अभी तक पता नहीं चल पाया है। परिवार के अन्य सदस्यों के नाम कई सम्पत्ति होने का पता लगा है।
बोथरा गायब, पत्नी भी घर पर नहीं, बच्चे असम में
एसीबी का कहना है कि सात ठिकानों पर सर्च के दौरान सिर्फ भाई व पिता ही मिले। बोथरा तो कई दिनों से गायब है। पत्नी भी घर पर नहीं मिली। दो पुत्रों के घूमने के लिए आसाम में होने की जानकारी है।