ध्यान रहे कि हर साल लाखों की संख्या में बाबा रामदेव के भक्त मसूरिया स्थित बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ की समाधि पर शीश नवाने के बाद ही रामदेवरा जाते हैं। जैसलमेर जिले के रूणीचा में लोकदेवता बाबा रामदेव के समाधि स्थल और मसूरिया में बाबा रामदेव का प्राकट्योत्सव मनाने के लिए गुजरात और मध्यप्रदेश सहित राजस्थान के कोने-कोने से पैदल भक्तों के साथ दुपहिया वाहनों, लोडिंग टैक्सियों और टै्रक्टरों में भी बड़ी संख्या में जातरू जोधपुर पहुंचे। देर शाम तक शहर की सड़कें बाबा के जातरुओं से अटी नजर आईं।
२४ घंटे चल रहा जातरुओं के आने का क्रम मंदिर में 24 घंटे जातरुओं के पहुंचने का क्रम बना हुआ है। मंदिर का संचालन करने वाले पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान व सचिव संजय दईया ने बताया कि सुबह ४.१५ बजे १०८ ज्योत से शृंगार और महामंगला आरती हुई। जातरुओं को सुगम दर्शन के लिए पुलिस प्रशासन के अलावा ट्रस्ट की ओर से करीब 2०0 स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। मसूरिया बालीनाथ मंदिर में साल में केवल एक बार भादवे की बीज को होने वाली शृंगार महाआरती के बाद सुबह ११ बजे ध्वजारोहण किया गया। मंदिर ट्रस्ट की ओर से १२ गुणा १० आकार का विशाल स्क्रीन लगाया गया है। इस स्क्रीन पर मंदिर के बाहर खड़े लोग दूर से ही आरती का सीधा प्रसारण देखा।
यहां भी हुए आयोजन
रामदेव मंदिरों में होंगे आयोजनसूर्यनगरी के रामदेव मंदिरों में भी बाबा रामदेव अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। राईका बाग स्थित युगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में धूणी यज्ञ व धार्मिक अनुष्ठानों का सैनाचार्य अचलानंदगिरि के सान्निध्य मेंशुभारंभ किया गया। बाबा रामदेव वरानी नेतल प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक के बाद विशेष शृंगार। सुबह ११ बजे ध्वजारोहण किया गया।
रामदेव मंदिरों में होंगे आयोजनसूर्यनगरी के रामदेव मंदिरों में भी बाबा रामदेव अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। राईका बाग स्थित युगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में धूणी यज्ञ व धार्मिक अनुष्ठानों का सैनाचार्य अचलानंदगिरि के सान्निध्य मेंशुभारंभ किया गया। बाबा रामदेव वरानी नेतल प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक के बाद विशेष शृंगार। सुबह ११ बजे ध्वजारोहण किया गया।