मुकदमे से जेल तक का सफर
19 अगस्त 2013: आसाराम के दुराचार का पता लगते ही परिजन पीडि़ता को लेकर नई दिल्ली पहुंचे, जहां आसाराम धार्मिक कार्यक्रम में व्यस्त था। – 20 अगस्त : परिजन ने आसाराम से मिलने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। उन्होंने नई दिल्ली के कमला मार्केट थाने में आसाराम के खिलाफ यौन दुराचार का मामला दर्ज कराया था।
19 अगस्त 2013: आसाराम के दुराचार का पता लगते ही परिजन पीडि़ता को लेकर नई दिल्ली पहुंचे, जहां आसाराम धार्मिक कार्यक्रम में व्यस्त था। – 20 अगस्त : परिजन ने आसाराम से मिलने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। उन्होंने नई दिल्ली के कमला मार्केट थाने में आसाराम के खिलाफ यौन दुराचार का मामला दर्ज कराया था।
– 21 अगस्त : घटनास्थल जोधपुर का होने से दिल्ली पुलिस ने बिना नम्बर की प्राथमिकी दर्ज की। पीडि़ता व परिजन को लेकर दिल्ली पुलिस जोधपुर पहुंची। यहां महिला थाना पश्चिम में मामला दर्ज। तत्कालीन डीसीपी अजयपाल लाम्बा ने मौका मुआयना किया।
27 अगस्त : पुलिस ने इमीग्रेशन सेंटर को लुक आउट सर्कुलर जारी करते हुए आसाराम के देश से बाहर जाने पर रोक लगवाई। – 31 अगस्त : पुलिस ने इंदौर स्थित आश्रम में रात 12.55 बजे आसाराम को गिरफ्तार किया। उसे इंदौर हवाई अड्डे ले आई।
– 1 सितम्बर : आसाराम को लेकर पुलिस इंदौर से पहले नई दिल्ली और फिर जोधपुर पहुंची। कोर्ट में पेश करने पर उसे एक दिन के रिमाण्ड पर भेजा। – 2 सितम्बर : पुलिस जांच में साजिश व यौन दुराचार की पुष्टि। अदालत ने आसाराम को जेल भेजा।
– 6 नवम्बर : आसाराम के अलावा शिवा, शिल्पी, शरतचन्द्र तथा रसोइए प्रकाश के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। – 25 अप्रेल- फैसला जोधपुर सेंट्रल जेल में यह भी है आरोपी
1. शिवा उर्फ सवाराम- प्रमुख सेवादार
2. प्रकाश द्विवेदी-रसोईया
3.शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता
4. शरदचंद्र उर्फ शरतचंद्र
1. शिवा उर्फ सवाराम- प्रमुख सेवादार
2. प्रकाश द्विवेदी-रसोईया
3.शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता
4. शरदचंद्र उर्फ शरतचंद्र