script

आसाराम मामले में जवाब के लिए सरकार ने मांगा समय

locationजोधपुरPublished: Sep 13, 2019 11:39:26 pm

Submitted by:

yamuna soni

नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में दूसरी बार पेश सजा स्थगन के प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से प्रत्युत्तर के लिए समय चाहा गया।

आसाराम मामले में जवाब के लिए सरकार ने मांगा समय

आसाराम मामले में जवाब के लिए सरकार ने मांगा समय

जोधपुर(jodhpur).

नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम (asaram) की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट (rajasthan highcourt) में दूसरी बार पेश सजा स्थगन के प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से प्रत्युत्तर के लिए समय चाहा गया। इस पर कोर्ट ने सुनवाई 23 सितंबर तक मुल्तवी कर दी।
न्यायाधीश संदीप मेहता तथा न्यायाधीश विनीतकुमार माथुर की खंडपीठ में आसाराम की ओर से मुंबई से आए वरिष्ठ अधिवक्ता शिरीष गुप्ता ने सजा स्थगित करने के बिंदु पर बहस शुरू करनी चाही, जिस पर लोक अभियोजक एनएस भाटी ने प्रार्थना पत्र का प्रत्युत्तर देने के लिए समय मांगा।
खंडपीठ ने कहा कि संपूर्ण रिकॉर्ड कोर्ट में उपलब्ध है तो समय क्यों चाहिए। भाटी के लिखित में प्रत्युत्तर देने की बात कहने पर खंडपीठ ने सुनवाई 23 तक टाल दी।

स्पेशल कोर्ट (पॉक्सो एक्ट) ने गत वर्ष ‪25 अप्रेल को आसाराम को मृत्यु तक आजीवन कारावास और उसके सहयोगी शरद व शिल्पी को बीस-बीस साल की सजा सुनाई थी।
दोनों सहयोगी सजा स्थगित होने के बाद जमानत पर रिहा हो गए। आसाराम पर जोधपुर के निकट मनाई स्थित आश्रम में अपने गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा का अगस्त, 2013 में यौन उत्पीड़न करने का आरोप था।
स्पेशल कोर्ट ने आसाराम को दोषी पाया था। सजा के खिलाफ आसाराम ने जुलाई, 2018 में अपील पेश की थी, जिस पर राज्य सरकार को नोटिस जारी हो चुके हैं।

इसी अपील के अधीन आसाराम की ओर से दुबारा सजा स्थगित करने का प्रार्थना पत्र पेश किया गया है।‬

ट्रेंडिंग वीडियो