जानकारी के मुताबिक़ आसाराम का एक समर्थक जेल के पास माला लेकर पहुंचा। इसकी सूचना पुलिस को लग गई। सुरक्षा में तैनात जवानों ने समर्थक की तलाशी ली तो उसके पास से फूलों की माला मिली। जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। गौरतलब है कि पूरे
जोधपुर शहर में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिहाज़ से सुरक्षा कड़ी की हुई है और हज़ारों की संख्या में पुलिस के जवान तैनात किये गए हैं। एहतियातन शहर में धारा 144 लागू की गई है। इससे पहले जोधपुर रेलवे स्टेशन के बाहर से आसाराम के 4 समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया जिसमें महिला भी शामिल है। इन सभी का गुजरात से आना बताया जा रहा है।
ये किये गए सुरक्षा बंदोबस्त आसाराम पर दुष्कर्म मामले में फैसले के मद्देनजर आसाराम के समर्थकों की ओर से शांति व्यवस्था भंग करने या किसी तरह के उपद्रव की आशंका को देखते हुए पुलिस बेहद सावधान और सचेत है। जोधपुर शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और आसाराम के आश्रम को खाली करा लिया गया है। वहीं,
जयपुर से छह अतिरिक्त कंपनियां जोधपुर तैनात की गई हैं।
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) एनआरके रेड्डी ने बताया कि आसाराम पर लगे आरोप में फैसला आना है। इसके लिए प्रदेश में जहां आसाराम के आश्रम हैं, उस इलाके के एसपी को जांच करने और भीड़ इकट्ठी नहीं होने देने के निर्देश दे रखे हैं। इसके अलावा छह अतिरिक्त आरएएसी समेत दूसरी कंपनियां जोधपुर में लगाई गई हैं। पूरे कमिश्नरेट में धारा 144 यानि निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। फैसला आने के बाद रिव्यू करेंगे कि सुरक्षा कब तक बरकरार रहेगी।
कराए आश्रम खाली, सभी पर निगरानी
एडीजी रेड्डी ने बताया कि जोधपुर और आसपास बने आसाराम के आश्रम खाली करा लिए गए हैं। वहीं होटल, धर्मशालाओं में सघन जांच के साथ संदिग्ध लोगों की पहचान की जा रही है। वाहनों की भी सघन जांच की जा रही है।