यह हुआ सुनवाई के दौरान
एससीएसटी कोर्ट के पीठासीन अधिकारी मधुसूदन शर्मा की अदालत में चल रहे नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीडऩ के आरोपी आसाराम के मामले में मंगलवार को भी अंतिम बहस अधूरी रही। इस मामले की बुधवार को सुनवाई फिर होगी। आसाराम के अधिवक्ता सज्जनराज सुराणा ने कोर्ट में अभियोजन की ओर से करवाये गए गवाहों की विश्वसनीयता पर दो घंटे बहस की।अधिवक्ता सुराणा ने पीडि़ता की प्राथमिक स्कूल के प्रिंसिपल रहे जय कामत के बयानों पर बहस करते हुए कहा कि इस गवाह द्वारा पीडि़ता की बताई गई जन्मतिथि के आधार पर तथाकथित घटना के समय लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक रही थी इसलिए आरोपी के खिलाफ पॉस्को ऐक्ट नहीं लगाया जा सकता है। पॉक्सो के तहत चल रहे इस मामले की सुनवाई कैमरा ट्रायल के अंतर्गत हो रही है। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से नियुक्त विशिष्ट लोक अभियोजक पोकरराम विश्नोई और पीडि़ता के वकील प्रमोदकुमार वर्मा उपस्थित थे।
एससीएसटी कोर्ट के पीठासीन अधिकारी मधुसूदन शर्मा की अदालत में चल रहे नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीडऩ के आरोपी आसाराम के मामले में मंगलवार को भी अंतिम बहस अधूरी रही। इस मामले की बुधवार को सुनवाई फिर होगी। आसाराम के अधिवक्ता सज्जनराज सुराणा ने कोर्ट में अभियोजन की ओर से करवाये गए गवाहों की विश्वसनीयता पर दो घंटे बहस की।अधिवक्ता सुराणा ने पीडि़ता की प्राथमिक स्कूल के प्रिंसिपल रहे जय कामत के बयानों पर बहस करते हुए कहा कि इस गवाह द्वारा पीडि़ता की बताई गई जन्मतिथि के आधार पर तथाकथित घटना के समय लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक रही थी इसलिए आरोपी के खिलाफ पॉस्को ऐक्ट नहीं लगाया जा सकता है। पॉक्सो के तहत चल रहे इस मामले की सुनवाई कैमरा ट्रायल के अंतर्गत हो रही है। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से नियुक्त विशिष्ट लोक अभियोजक पोकरराम विश्नोई और पीडि़ता के वकील प्रमोदकुमार वर्मा उपस्थित थे।
लापता और बेहोश रहे थे तोगडि़या
विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडि़या अहमदाबाद में सोमवार को ११ घंटे तक लापता रहे थे।
उसके बाद वे सड़क पर बेहोश मिले थे, जिन्हें एक व्यक्ति ने सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया था। तोगडि़या का आरोप है उन्हें एनकाउंटर का डर था और आईबी उनके खिलाफ साजिश रच रही थी। इध पुलिस उन्हें उस मामले में गिरफ्तार करने पहुंची थी, जिस मामले में राजस्थान सरकार केस वापस ले चुकी थी।
बहुचर्चित विवादित फिल्म पदमावत
संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित विवादित फिल्म पदमावती अब पदमावत के नाम से रिलीज हो रही है। फिलम को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई सवाल भी उठे हैं। इसे लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है। उच्च न्यायालय ने कहा है कि 23 तारीख से पहले यह फिल्म उसे दिखाई जाए, ताकि केस के सभी पहलुओं पर रोशनी डाली जा सके।
संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित विवादित फिल्म पदमावती अब पदमावत के नाम से रिलीज हो रही है। फिलम को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई सवाल भी उठे हैं। इसे लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है। उच्च न्यायालय ने कहा है कि 23 तारीख से पहले यह फिल्म उसे दिखाई जाए, ताकि केस के सभी पहलुओं पर रोशनी डाली जा सके।