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Big Breaking: अशोक गहलोत टिकट तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे

locationजोधपुरPublished: Apr 09, 2018 02:21:48 pm

Submitted by:

M I Zahir

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में सदस्य बनाया गया है।

Ashok Gehlot

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जोधपुर . अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी की १२ सदस्यीय केंद्रीय चुनाव समिति में सदस्य बनाया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस आशय की घोषणा कर दी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने नई दिल्ली में इस आशय का पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के जोधपुर संभाग प्रवक्ता अजय त्रिवेदी ने बताया कि देश में बढ़ रही हिंसा के खिलाफ उपवास पूरे देश में कांग्रेस की ओर से किए जा रहे उपवास के दौरान राहुल गांधी के साथ गहलोत नई दिल्ली में ही हैं। यह घोषणा इसी दौरान की गई है। उन्होंने बताया कि अशोक गहलोत कांग्रेस की 12 सदस्यीय केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यों के साथ यह तय करेंगे कि पार्टी में किसे टिकट दिया जाए और किसे टिकट नहीं दिया जाए। यानी वे अब उस स्थिति में होंगे कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के किन दावेदारों को पार्टी का टिकट देकर उम्मीदवार बनाया जाए।

दस दिन में ही दूसरी बड़ी जिम्मेदारी
उन्हें पिछले दिनों ही कांग्रेस का राष्ट्रीय संगठन महासचिव बनाया गया था। गहलोत को गत ३१ मार्च को ही पार्टी का राष्ट्रीय संगठन सचिव बनाया गया था। पहले गुजरात चुनाव में कांग्रेस की जीत से उनका राजनीतिक कद बढ़ गया है। पार्टी ने दस दिन पहले ही उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय संगठन बनाया था और अब दस दिन में ही पार्टी ने दूसरी बड़ी जिम्मेदारी दे कर उनके प्रति विश्वास जताया है। इससे पार्टी और विशेषकर राहुल गांधी की नजर में उनकी बढ़ी हुई भूमिका का अनुमान लगाया जा सकता है।

राजस्थान से दूर न रहने के संकेत दिए थे
ध्यान रहे कि गत ३१ मार्च को नई दिल्ली में संगठन में बड़ी भूमिका मिलने के बाद उन्होंने जोधपुर के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राहुल गांधी ने उन्हें बड़ी भूमिका दी है और वे संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे। साथ ही उन्होंने यह कह कर कि ‘मैं थांसू दूर नहीं। भले ही दिल्ली में रहूं, लेकिन राजस्थान से दूर नहीं रहूंगा, पार्टी में अपनी भूमिका और राजस्थान से दूर न रहने के भी स्पष्ट संकेत दे दिए थे। गहलोत ने तब कहा था कि राहुल गांधी ने बड़ी भूमिका दी है तो संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम करूंगा और हर तरह के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास कररूंगा।
राजस्थान खून में, जोधपुर दिल में बसता है
गहलोत ने कहा था कि वे अब संगठन में लोगों को जोड़ेंगे। हर राज्य, जिला स्तर पर कांग्रेस के बारे में ट्रेनिंग देंगे। नई पीढ़ी व कांग्रेस के बीच दूरी खत्म करेंगे। युवाओं को कांग्रेस व गांधी की के बारे में बताएंगे। राजस्थान में भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा था कि जब उन्हें गुजरात भेजा गया था तो कई कयास लगे थे। वे पहले भी संगठन में रहते दिल्ली से ही मुख्यमंत्री बन कर आए थे। उनका यह बयान उनकी मंशा का दर्पण है। तब उन्होंने कहा था कि वे राजस्थान के हर गांव-ढाणी से जुड़े रहेंगे। उनकी दौड़ सिर्फ राजस्थान की सेवा की है। राजस्थान उनके खून में है। जब रिटायर्ड होंगे तो जोधपुर रहेंगे। जोधपुर दिल में बसता है। जोधपुर मेरी प्रयोगशाला है। गहलोत का वह बयान यह भी स्पष्ट करता है कि वे राजस्थान और जोधपुर की राजनीति के पटल से अभी ओझल नहीं हुए हैं।
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