जोधपुर। अपने पैरेंट्स के ऑफिस जाना बेटियों के लिए खास अनुभूति रही। जहां उन्होंने अपने पिता के काम को समझा, वहीं कार्यस्थल पर होने वाली चुनौतियों को देखने का खास अनुभव प्राप्त किया। राजस्थान पत्रिका समूह के संस्थापक और देश के जाने माने पत्रकार कर्पूर चंद्र कुलिश की जयंती पर सोमवार को बेटियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने से लेकर उनमें अपने पैरेंट्स के प्रति गर्व की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से अनूठा अभियान बिटिया इन ऑफिस आयोजित किया गया। इसके तहत पत्रिका कार्यालय में भी इसका आयोजन किया गया। बेटियों के लिए यह एक नया अनुभव था। चेहरों की चमक ने यह साफ कर दिया कि यह पल उनके लिए कितना खास था। जब वो जाने लगीं तो कहा कि अब अगली बार कब लाएंगे पापा।लाडलियों ने पापा के ऑफिस पहुंचकर न केवल पापा के काम में संघर्ष की बारिकियों का समझा बल्कि अपने खुद के हुनर को भी दिखाया। ऑफिस में बेटियों ने पेंटिंग, डांस, सांग व कविताएं सुनाने के साथ विभिन्न तरह की प्रतियोगताओं में भाग लिया। ऐसे में बेटियों को प्रबंधकों की ओर से पुरस्कृत भी किया गया।
जोधपुर। अपने पैरेंट्स के ऑफिस जाना बेटियों के लिए खास अनुभूति रही। जहां उन्होंने अपने पिता के काम को समझा, वहीं कार्यस्थल पर होने वाली चुनौतियों को देखने का खास अनुभव प्राप्त किया। राजस्थान पत्रिका समूह के संस्थापक और देश के जाने माने पत्रकार कर्पूर चंद्र कुलिश की जयंती पर सोमवार को बेटियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने से लेकर उनमें अपने पैरेंट्स के प्रति गर्व की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से अनूठा अभियान बिटिया इन ऑफिस आयोजित किया गया। इसके तहत पत्रिका कार्यालय में भी इसका आयोजन किया गया। बेटियों के लिए यह एक नया अनुभव था। चेहरों की चमक ने यह साफ कर दिया कि यह पल उनके लिए कितना खास था। जब वो जाने लगीं तो कहा कि अब अगली बार कब लाएंगे पापा।लाडलियों ने पापा के ऑफिस पहुंचकर न केवल पापा के काम में संघर्ष की बारिकियों का समझा बल्कि अपने खुद के हुनर को भी दिखाया। ऑफिस में बेटियों ने पेंटिंग, डांस, सांग व कविताएं सुनाने के साथ विभिन्न तरह की प्रतियोगताओं में भाग लिया। ऐसे में बेटियों को प्रबंधकों की ओर से पुरस्कृत भी किया गया।