जिसके लिए कार्यकर्ताओं से अपील की गई कि प्रत्येक मण्डल से ढाई सौ लोग लेकर कार्यक्रम में पहुंचे तथा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रचार प्रसार करें।
इस पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। प्रभारियों के सामने रोष जताते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारी हमारी नहीं सुनते, जनता के कोई भी काम ले जाओ तो अधिकारी नहीं करते। यहां तक कि खराब पड़ा नल भी हमारे कहने पर मरम्मत नहीं किया जाता है। साथ ही हमारे विधायक कि भी अधिकारी नहीं सुनते।
जनता के काम नहीं हो रहे हैं और ना ही योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंच रहा है। कार्यक्रम में लाने के लिए किस मुंह से हम जनता के पास जाएं तथा उन्हें प्रस्तावित कार्यक्रम में लाने का आग्रह करें।
प्रभारी माधोसिंह ने स्थिति की गम्भीरता भांपते हुए कार्यकर्ताओं की नाराजगी को प्रदेश संगठन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया साथ ही संगठन को मजबूत बनाने की अपील की। सरकार में विधायक को नजरअंदाज किया जाना सभी कार्यकर्ताओं के लिए रोष का विषय रहा।
बैठक में खिरजा मंडल प्रभारी माधो सिंह, शेरगढ़ मंडल प्रभारी जानकी लाल शर्मा, अध्यक्ष मदन सिंह राठौड़, गुमानसिंह राठौड़, जगदीश सिंह, चंपालाल जैन, ओम प्रकाश सोनी, लक्ष्मण सिंह भाटी, नरेश परमार, नरपत सिंह गौड़ व इंद्र प्रकाश शर्मा सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।