लोहावट थाने एएसआइ शैतानाराम पंवार ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट के अनुसार आरडी 108 पर नहर में पानी पीने गए चिकनी नाडी ग्राम पंचायत निवासी बालक भाखरराम (10) पुत्र मालाराम मेघवाल पैर फिसलने से डूब गया। नहर में पानी का बहाव तेज होने से बालक का शव पांच घंटे बाद निकाला जा सका। बालक का शव अध्यापक राजाराम विश्नोई, अखे मोहम्मद, दाणेखा व खुशालाराम ने हिम्मतनगर आरडी 115 से निकाला।
तीन घंटे तक शव लेकर बैठे रहे,नहीं मिला डॉक्टर बालक का शव लोहावट सीएचसी ले जाया गया। लेकिन वहां किसी डॉक्टर की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण, गोताखोर व परिजनों को तीन घंटे तक अस्पताल में बैठाए रखा। आखिर ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन के प्रति रोष व्यक्त करते हुए हंगमा किया।
तीन बहनों के बीच इकलौता भाई इस हादसे में तीन बहनों का इकलौता भाई छिन गया। युवाओं ने नहर पर आए दिन हो रही इस तरह की घटनाओं को लेकर प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की मांग सोशल मीडिया पर उठाते हुए कहा कि खुली नहर से हो रही घटनाओं को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन को प्रयास करना चाहिए।
गोताखोर टीम की हुई सराहना
राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में हो रहे हादसे में हर समय पुलिस, प्रशासन व ग्रामीणों की मदद के लिए अध्यापक राजाराम विश्नोई की गोताखोर टीम तैयार रहती है। यह टीम नहर में गिरे मवेशियों व लोगों को निकालने के लिए बैरिकेड लगाकर मदद करती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पुलिस प्रशासन व ग्रामीणों ने इस टीम की सराहना की।
मदद के लिए लगाई गुहार सामाजिक कार्यकर्ता विजयसिंह पीलवा ने राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में एक गरीब परिवार से एक बालक गिरने से हुई मौत के बाद परिजनों को आर्थिक मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।