कई बड़े चिकित्सक हो रहे संक्रमित
हालांकि शुरुआती दौर में जोधपुर के वरिष्ठ चिकित्सक अपनी आयु के चलते सीधे कोरोना मरीज के संपर्क में आने की बजाय रेजिडेंट चिकित्सकों को गाइड कर रहे थे। लेकिन अब राज्य सरकार की ओर से बड़े चिकित्सकों को वार्डों में भेजने के निर्देश के बाद कई चिकित्सक वार्डों में मरीजों की सुध लेने लगे। इस कारण भी संक्र मित चिकित्सकों की संख्या बढऩे लगी है।
हालांकि शुरुआती दौर में जोधपुर के वरिष्ठ चिकित्सक अपनी आयु के चलते सीधे कोरोना मरीज के संपर्क में आने की बजाय रेजिडेंट चिकित्सकों को गाइड कर रहे थे। लेकिन अब राज्य सरकार की ओर से बड़े चिकित्सकों को वार्डों में भेजने के निर्देश के बाद कई चिकित्सक वार्डों में मरीजों की सुध लेने लगे। इस कारण भी संक्र मित चिकित्सकों की संख्या बढऩे लगी है।
अब तक 150 डॉक्टर्स, 250 एलटी-नर्सेज संक्रमित
जोधपुर में अब तक 150 रेजिडेंट, सीनियर चिकित्सक संक्रमित हुए है। इसके अलावा जोधपुर में 250 नर्सेज-लैब टेक्निशिसन संक्रमित हुए है। हैवी लोड वायरस है कारण
वार्ड में मल्टीपल मरीजों के संपर्क में आने के कारण हैवी लोड वायरस का शिकार मेडिकल स्टाफ होता है। इस कारण ज्यादातर मेडिकल स्टाफ सिम्टोमेटिक रूप से संक्रमित होते हैं। उनका बुखार भी उतरने में कई दिन का वक्त लगता है। हालांकि पिछले दो माह में सर्वाधिक मेडिकल स्टाफ संक्रमित हुआ है। जोधपुर में सबसे पहला डिस्पेंसरी के एक डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए थे।
जोधपुर में अब तक 150 रेजिडेंट, सीनियर चिकित्सक संक्रमित हुए है। इसके अलावा जोधपुर में 250 नर्सेज-लैब टेक्निशिसन संक्रमित हुए है। हैवी लोड वायरस है कारण
वार्ड में मल्टीपल मरीजों के संपर्क में आने के कारण हैवी लोड वायरस का शिकार मेडिकल स्टाफ होता है। इस कारण ज्यादातर मेडिकल स्टाफ सिम्टोमेटिक रूप से संक्रमित होते हैं। उनका बुखार भी उतरने में कई दिन का वक्त लगता है। हालांकि पिछले दो माह में सर्वाधिक मेडिकल स्टाफ संक्रमित हुआ है। जोधपुर में सबसे पहला डिस्पेंसरी के एक डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए थे।