पुलिस के अनुसार नांदड़ी निवासी पप्पुराम पुत्र राणाराम भाट ने कोर्ट में पेश इस्तगासे के आधार पर बाड़मेर जिले में गढ़ सिवाणा निवासी बुद्धाराम पुत्र सीताराम, रावतसर निवासी मुकनाराम पुत्र धन्नाराम भाट व रणताराम व पंजाब में कालीटीपा निवासी पठानराम के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया।
आरोप है कि गत वर्ष होली से पन्द्रह दिन पहले कैंसर से पप्पुराम की पत्नी का निधन हो गया था। उसकी दो पुत्र व चार पुत्रियां हैं। अगस्त में चारों व्यक्ति उसके घर आए थे। मुकनाराम ने अपनी पत्नी अंगुरी का नाता पप्पुराम से करने के बारे में बात की। अंगुरी पहले से शादीशुदा थी। इसलिए शादी का निपटारा कराने के लिए मुकनाराम ने 5.50 लाख रुपए की जरूरत बताई। उनकी बातों में आकर पप्पुराम ने भेड़-बकरियां बेचकर व अन्य परिजन की मदद से 5.50 लाख रुपए दे दिए थे। फिर एक किलो चांदी व एक तोला सोने की अंगूठी देकर अंगुरी से नाता कर घर लेकर आया। डेढ़ महीने बाद वह पीहर गई। बीस दिन बाद पप्पुराम उसे लेने रावतसर गया तो ससुर व अन्य ने चार-पांच दिन में भिजवाने का बताकर उसे लौटा दिया। इसके बावजूद पत्नी ससुराल नहीं आई। इस पर उसने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि अंगुरी को 6 लाख रुपए में रावतसर गांव के पास एक अन्य गांव के व्यक्ति संग भेज दिया गया।
आरोप है कि गत वर्ष होली से पन्द्रह दिन पहले कैंसर से पप्पुराम की पत्नी का निधन हो गया था। उसकी दो पुत्र व चार पुत्रियां हैं। अगस्त में चारों व्यक्ति उसके घर आए थे। मुकनाराम ने अपनी पत्नी अंगुरी का नाता पप्पुराम से करने के बारे में बात की। अंगुरी पहले से शादीशुदा थी। इसलिए शादी का निपटारा कराने के लिए मुकनाराम ने 5.50 लाख रुपए की जरूरत बताई। उनकी बातों में आकर पप्पुराम ने भेड़-बकरियां बेचकर व अन्य परिजन की मदद से 5.50 लाख रुपए दे दिए थे। फिर एक किलो चांदी व एक तोला सोने की अंगूठी देकर अंगुरी से नाता कर घर लेकर आया। डेढ़ महीने बाद वह पीहर गई। बीस दिन बाद पप्पुराम उसे लेने रावतसर गया तो ससुर व अन्य ने चार-पांच दिन में भिजवाने का बताकर उसे लौटा दिया। इसके बावजूद पत्नी ससुराल नहीं आई। इस पर उसने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि अंगुरी को 6 लाख रुपए में रावतसर गांव के पास एक अन्य गांव के व्यक्ति संग भेज दिया गया।
इस पर उसने मुकनाराम, बुद्धाराम, रणताराम व अन्य से बात की तो उन्होंने धमकियां देनी शुरू कर दी। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।