महामंदिर थाना पुलिस के अनुसार राजीव नगर निवासी प्रशांत गौड़ के मोबाइल पर गत 4 दिसम्बर की रात एक व्यक्ति ने खुद को पवन बताकर बात की। उसने कहा कि वह शहर से बाहर है। खाते से रुपए निकाल नहीं पा रहा है। मुसीबत में होने से उसे रुपए की आवश्यकता है। इसलिए उसे रुपए भेजो। उसने दूसरे दिन सुबह लौटाने का झांसा भी दिया।
ठग ने एक अन्य नम्बर से उसे व्हॉट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा और उसे स्कैन करके वापस भेजने का झांसा दिया, लेकिन क्यूआर कोड स्कैन नहीं हो पाया। तब उस व्यक्ति ने मोबाइल में पहले बीस हजार, फिर दस हजार और फिर एक हजार रुपए भुगतान की रिक्वेस्ट भेजी। जिसे स्वीकार करते ही प्रशांत के खाते से 31 हजार रुपए स्थानान्तरित हो गए। खाते में सिर्फ 95 रुपए बचे। इसके बाद उस व्यक्ति ने पांच सौ रुपए की और रिक्वेस्ट भेजी, लेकिन खाते में रुपए नहीं थे।
दूसरे दिन प्रशांत ने उसे फोन कर रुपए लौटाने का आग्रह किया, लेकिन उसने 11 हजार रुपए और जमा कराने का कह दिया। मामला संदेहास्पद लगने पर पीडि़त ने पवन से मूल मोबाइल नम्बर पर बात की। उसने खुद के जयपुर में होने व एेसे किसी तरह के फोन करने से इनकार कर दिया। इस पर पीडि़त को ठगी का पता चला।