यह है अमेरिकी गवाह का पेच
अपहरण व हत्या के इस हाइ प्रोफाइल मामले में गवाही देने के लिए अमरीका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ) की डीएनए एक्सपर्ट अंबर बी कार ने भंवरी की तथाकथित हड्डियों की जांच की थी। सीबीआई ने दावा किया था कि राजीव गांधी लिफ्ट नहर से जो जली हड्डियां बरामद हुई थी वह भंवरीदेवी की ही थी। लेकिन एसएफएल इन हड्डियों का डीएनए निकालने में नाकाम रहा था। लिहाजा हड्डियों के सैंपल अमरीकी जांच एजेंसी को भेजे गए थे। डीएनए एक्सपर्ट अम्बर बी कार को यही जानकारी कोर्ट में देनी है कि नहर में मिली हड्डियां भंवरी देवी की ही हैं या नहीं। इस महत्वपूर्ण गवाह के भारत आकर गवाही नहीं दे पाने के चलते मामला अटक गया है।
अपहरण व हत्या के इस हाइ प्रोफाइल मामले में गवाही देने के लिए अमरीका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ) की डीएनए एक्सपर्ट अंबर बी कार ने भंवरी की तथाकथित हड्डियों की जांच की थी। सीबीआई ने दावा किया था कि राजीव गांधी लिफ्ट नहर से जो जली हड्डियां बरामद हुई थी वह भंवरीदेवी की ही थी। लेकिन एसएफएल इन हड्डियों का डीएनए निकालने में नाकाम रहा था। लिहाजा हड्डियों के सैंपल अमरीकी जांच एजेंसी को भेजे गए थे। डीएनए एक्सपर्ट अम्बर बी कार को यही जानकारी कोर्ट में देनी है कि नहर में मिली हड्डियां भंवरी देवी की ही हैं या नहीं। इस महत्वपूर्ण गवाह के भारत आकर गवाही नहीं दे पाने के चलते मामला अटक गया है।